एकनाथ शिंदे वर्तमान में वो उद्धव ठाकरे सरकार में शहरी विकास और लोक-निर्माण विभाग के मंत्री हैं। शिंदे साल 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में शिवसेना के टिकट पर ठाणे की कोपरी-पाचपाखाडी विधानसभा से चुनाव जीतकर सदन पहुँचे थे। उसके पहले वो 2004, 2009 और 2014 में विधायक चुने जा चुके थे। Read More
महाराष्ट्र में बड़ी पार्टी और ज्यादा विधायक होने के बाद भी मुख्यमंत्री पद भाजपा को नहीं मिला। एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व का था। फड़नवीस की जगह शिंदे के मुख्यमंत्री बनने से सभी हैरान रह गए। अब एक कार्यक्रम के द ...
शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि शिवसेना के बागी विधायकों ने उनके पिता एवं तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को उस वक्त धोखा दिया, जब वह अस्वस्थ थे। ...
शिवसेना के एकनाथ शिंदे गुट ने निर्वाचन आयोग (ईसी) को पत्र लिखकर पार्टी का चुनाव चिह्न ‘धनुष-बाण’ आवंटित करने की मांग की है। चुनाव आयोग को लिखे पत्र में शिंदे खेमा ने दावा किया कि उसके पास 55 में से 40 विधायकों और 18 लोकसभा सांसदों में से 12 का समर्थन ...
महाराष्ट्र की तत्कालीन उद्धव सरकार के गृह राज्य मंत्री (ग्रामीण) शंभूराज देसाई ने कथित तौर पर आरोप लगाया कि पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने उन्हें निर्देश दिया था कि तत्कालीन शहरी विकास मंत्री एकनाथ शिंदे की सुरक्षा को न बढ़ाई जाए। ...
आदित्य ठाकरे ठाणे जिले के भिवंडी शहर में तीन दिवसीय ‘शिव संवाद यात्रा’ शुरू होने के मौके पर बोल रहे थे। जिले में उनके समर्थकों ने उनका ज़ोरदार स्वागत किया। आदित्य के पिता उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार पिछले महीने गिर गई थी ...
महाराष्ट्र में शिवसेना के 55 में से कम से कम 40 विधायकों ने बागी नेता एकनाथ शिंदे को समर्थन देने की घोषणा की थी। शिंदे ने 30 जून को राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। ...
OBC Reservation: महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने ओबीसी आरक्षण की हमारी मांग को स्वीकार कर लिया है, जो कई सालों से रुकी हुई थी। ओबीसी लोगों के लिए यह एक बड़ी राहत है। ...
शिवसेना किसकी होगी और पार्टी का चुनाव चिन्ह धनुष बाण किसको मिलेगा, अब सारी लड़ाई इसी बात की है। एकनाथ शिंदे गुट का कहना है कि दो तिहाई जनप्रतिनिधि उनके साथ हैं इसलिए शिवसेना उनकी है। ठाकरे गुट का कहना है कि कार्यकारिणी का बहुमत उनके पास है, इसलिए पार ...