Citizenship (amendment) bill 2016, Latest Hindi News
नागरिकता (संशोधन) विधेयक बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से भारत आने वाले गैर-मुसलमानों के लिए लाया गया है. इनमें हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई धर्म को मानने वाले अल्पसंख्यक शामिल हैं. इन समुदायों को 12 साल के बजाय अब केवल छह साल भारत में गुजारने पर ही भारतीय नागरिकता मिल जाएगी। इन अल्पसंख्यकों को अब किसी और देश से भारत आने की यात्रा से जुड़े दस्तावेज भी नहीं देने होंगे। Read More
बिल के खिलाफ वामपंथी विचारधारा वाले करीब 16 संगठनों ने भी 10 दिसंबर को 12 घंटे का असम बंद आह्वान किया है। पूर्वोत्तर छात्र संगठन (एनईएसओ) इसी मुद्दे को लेकर मंगलवार को सुबह पांच बजे से 11 घंटे के पूर्वोत्तर बंद का पहले ही आह्वान कर चुका है। ...
कांग्रेस, द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके), और वामपंथी दलों ने अपने व्यक्तिगत इरादों के मसौदे इस मामले में तैयार किए हैं। आपको बता दें कि चार विपक्षी दलों द्वारा सदन में बिल के विपक्ष में दिए गए संभावित तर्क इस बात का विरोध करेंगे कि बिल भारत की नागरिक ...
नागरिकता (संशोधन) विधेयकः पीएम मोदी ने कहा कि वह इसके सभी पहलुओं को स्पष्ट रूप से समझाने के लिए गृह मंत्री अमित शाह की विशेष तौर पर सराहना करते हैं। मोदी ने कहा, ‘‘उन्होंने (शाह) लोकसभा में चर्चा के दौरान विभिन्न सांसदों द्वारा उठाये गए बिंदुओं के वि ...
नागरिकता संशोधन बिलः विधेयक में हिन्दू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदायों के प्रवासियों को भारतीय नागरिकता के लिये आवेदन करने से नहीं वंचित करने की बात कही गई है। ...