नागरिक संशोधन बिल: बिल के खिलाफ आसू ने किया 12 घंटे बंद का ऐलान, डिब्रूगढ़ की सड़कों पर आगजनी
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 10, 2019 08:44 AM2019-12-10T08:44:32+5:302019-12-10T08:45:42+5:30
बिल के खिलाफ वामपंथी विचारधारा वाले करीब 16 संगठनों ने भी 10 दिसंबर को 12 घंटे का असम बंद आह्वान किया है। पूर्वोत्तर छात्र संगठन (एनईएसओ) इसी मुद्दे को लेकर मंगलवार को सुबह पांच बजे से 11 घंटे के पूर्वोत्तर बंद का पहले ही आह्वान कर चुका है।
नागरिकता (संशोधन) विधेयक के विरोध में ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन (AASU) ने इस बिल के खिलाफ 12 घंटे के 'बंद' का आह्वान किया है। आसू के ऐलान के बाद गुवाहाटी में सुबह से ही दुकानें बंद हैं। इसके अलावा डिब्रूगढ़ में सड़कों पर आगजनी हो रही है।
आपको बता दें कि बिल के खिलाफ वामपंथी विचारधारा वाले करीब 16 संगठनों ने भी 10 दिसंबर को 12 घंटे का असम बंद आह्वान किया है। पूर्वोत्तर छात्र संगठन (एनईएसओ) इसी मुद्दे को लेकर मंगलवार को सुबह पांच बजे से 11 घंटे के पूर्वोत्तर बंद का पहले ही आह्वान कर चुका है।
Assam: People stage protest in Jorabat against #CitizenshipAmendmentBill which was passed in Lok Sabha, yesterday. pic.twitter.com/gEZjGkvMBE
— ANI (@ANI) December 10, 2019
इसके अलावा, कृषक मुक्ति संग्राम समिति (केएमएसएस) के सलाहकार अखिल गोगोई ने रविवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि केएमएसएस और उसके सहयोगी संगठनों ने इन संगठनों और छात्र संगठन द्वारा बुलाए गए बंद को अपना समर्थन जताया है।
उन्होंने बताया कि केएमएसएस ने सूटिया, मोरान और कोच-राजबोंग्शी जैसे विभिन्न आदिवासी छात्र निकायों द्वारा सोमवार को आहूत 12 घंटे के असम बंद को भी समर्थन दिया है।
एसएफआई, डीवाईएफआई, एआईडीडब्ल्यूए, एसआईएसएफ, आइसा, इप्टा जैसे 16 संगठनों ने संयुक्त बयान में “विधेयक को रद्द करने” की मांग की और मंगलवार को सुबह पांच बजे से “12 घंटे का असम बंद” की घोषणा की है।