शरीर कई प्रकार कि कोशिकाओं से बना है। यह कोशिकाएं शरीर में बदलावों के कारण बढ़ती रहती हैं। जब ये कोशिकाएं अनियंत्रित तौर पर बढ़ती हैं और पूरे शरीर में फैल जाती हैं, तब यह शरीर के बाकि हिस्सों को अपना काम करने में दिक्कत देती हैं। जिससे उन हिस्सों पर कोशिकाओं का गुच्छा सौम्य गांठ या ट्यूमर बन जाता है। इस अवस्था को कैंसर कहते हैं। यही ट्यूमर घातक होता है और बढ़ता रहता है। कैंसर के विभिन्न प्रकार, सर्वाइकल कैंसर, ब्लैडर कैंसर, कोलोरेक्टल कैंसर, स्तन कैंसर, ब्रेन ट्यूमर, एसोफैगल कैंसर, पैंक्रियाटिक कैंसर, बोन कैंसर हैं। Read More
Deep Learning Model: रेडियोलॉजिस्ट, विशेषज्ञ रेडियोग्राफर, स्तन रोग विशेषज्ञों सहित कई विशेषज्ञों ने 39,357 महिलाओं की 1,60,000 पूर्ण डिजिटल मैमोग्राम तस्वीरों के आधार पर उनके स्तर का घनत्व तय किया। ...
‘सुपरबग’सच में मानव जाति के लिए एक खतरा है। वैज्ञानिकों के अनुसार सुपरबग की लगातार बढ़ती संख्या के कारण 2050 तक दुनिया भर में हर वर्ष एक करोड़ लोगों की मौत हो जाएगी और यह कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी के रूप में अपना प्रसार कर लेगा। ...
अमेरिकी फार्मास्युटिकल कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन ने मंगलवार को उस सालों पुराने मामले को हल करने के लिए 8.9 अरब डॉलर का प्रस्ताव रखा, जिसमें दावा किया गया कि इसके टैल्कम पाउडर उत्पादों से कैंसर हुआ है। ...
नवजोत कौर ने जेल में बंद पति का जिक्र करते हुए कहा कि वह एक ऐसे अपराध के लिए जेल में बंद हैं जो उन्होंने किया ही नहीं। इसमें जो भी लोग शामिल हैं, उन्हें माफ कर दीजिए। ...
इलाज के बाद जहां विकसित देशों में करीब 80 फीसदी बच्चे कैंसर से ठीक हो जा रहे हैं, वहीं भारत में यह दर मात्र 30 फीसदी है. इसके पीछे लोगों तक बड़े अस्पताल तथा आधुनिक चिकित्सा सेवाओं की कम पहुंच अहम वजह है. ...
नियमित रूप से अलसी के बीजों का सेवन करने से हृदय स्वास्थ्य में सुधार, कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने और कुछ प्रकार के कैंसर के जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है। ...
दुनिया भर के देशों में कैंसर के खिलाफ जंग जारी है। लेकिन जिस तेजी से चिकित्सा के उपाय खोजे जा रहे हैं उससे अधिक तेजी से इसका प्रसार हो रहा है। भारत में वैकल्पिक चिकित्सा के क्षेत्र में कई दशकों से काम करने वाली एक अग्रणी संस्था डीएस रिसर्च सेंटर के व ...