शरीर कई प्रकार कि कोशिकाओं से बना है। यह कोशिकाएं शरीर में बदलावों के कारण बढ़ती रहती हैं। जब ये कोशिकाएं अनियंत्रित तौर पर बढ़ती हैं और पूरे शरीर में फैल जाती हैं, तब यह शरीर के बाकि हिस्सों को अपना काम करने में दिक्कत देती हैं। जिससे उन हिस्सों पर कोशिकाओं का गुच्छा सौम्य गांठ या ट्यूमर बन जाता है। इस अवस्था को कैंसर कहते हैं। यही ट्यूमर घातक होता है और बढ़ता रहता है। कैंसर के विभिन्न प्रकार, सर्वाइकल कैंसर, ब्लैडर कैंसर, कोलोरेक्टल कैंसर, स्तन कैंसर, ब्रेन ट्यूमर, एसोफैगल कैंसर, पैंक्रियाटिक कैंसर, बोन कैंसर हैं। Read More
आईपीएल 2014 और 2015 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के लिए तीन मैच खेलने वाले इस खिलाड़ी ने कहा, ‘‘ दूसरे या तीसरे सप्ताह तक मेरे सारे बाल झड़ गए। मैं अब काफी सामान्य महसूस कर रहा था। मैं इसके दुष्प्रभावों से निपटने के लिए तरह-तरह के स्टेरॉयड (दवा) ले रह ...
चाइल्ड पीजीआई के शोध केंद्र के शोधकर्ता डॉ. दिनेश साहू ने बताया कि विल्म्स ट्यूमर तीन से चार वर्ष से कम उम्र के बच्चों में पाया जाने वाला सबसे घातक किडनी ट्यूमर है। ...
ग्लियोब्लास्टोमा, केवल मस्तिष्क को ही प्रभावित नहीं करता, बल्कि यह खोपड़ी को नष्ट कर सकता है और शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को भी प्रभावित कर सकता है। ...
हार्वर्ड से संबद्ध मास जनरल ब्रिघम के शोधकर्ताओं ने अपने निष्कर्ष नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट के जर्नल में प्रकाशित किए हैं, जिसमें बताया गया है कि कैंसर का जल्द पता लगने से मरीजों को उपचार में अधिक सफलता मिल सकती है और उन्हें कम गहन उपचार की आवश्यकता हो ...
‘क्रॉस सेक्शनल’ अध्ययन में किसी खास समय बिंदु पर किसी जनसंख्या या समूह की विशेषताओं, स्थितियों या स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारी को एकत्रित और विश्लेषित किया जाता है। ...