वैश्विक स्तर पर नरमी और मानसून की चिंता के बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण NDA सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट 5 जुलाई को पेश करेंगी। बजट में राजकोषीय घाटे को काबू में रखने के साथ आर्थिक वृद्धि तथा रोजगार सृजन को गति देने पर सरकार का जोर रह सकता है। राजकोषीय स्थिति मजबूत करने के लिये कर दायरा बढ़ाने और अनुपालन बेहतर करने के इरादे से 10 करोड़ रुपये से ज्यादा कमाने वालों पर 40 प्रतिशत की एक नई दर से कर लगाया जा सकता है। नौकरीपेशा लोगों के लिये महत्वपूर्ण आयकर के मोर्चे पर टैक्स स्लैब में बदलाव की उम्मीद की जा रही है। Read More
साल 2014 में मोदी सरकार के पहली बार आने के बाद से लगातार बहुत सी परम्पराओं में बदलाव देखने को मिल रहा है. सबसे पहला तो यही है कि फरवरी की पहली तारीख को बजट पेश करना। वहीं, अब ब्रीफकेस की जगह लाल कपड़े 'बही-खाता' में लाना। ...
डायरेक्ट टैक्स पिछले बार की तुलना में 63,000 करोड़ कम हो गए. फिर विदेशी निवेशकों ने भारत से पैसा निकालना शुरू कर दिया. शेयर बाजार डगमग हुआ. लोगों के सामने भविष्य में सिकुड़ती अर्थव्यवस्था का खाका उभरा. मार्केट से कैश गायब हो गया. ...
मोदी-2 सरकार के द्वारा वर्ष 2024 तक 5 ट्रिलियन डॉलर यानी 350 लाख करोड़ रुपए वाली भारतीय अर्थव्यवस्था का जो चमकीला सपना सामने रखा गया है, उस सपने को साकार करने की दिशा में भी नया बजट कदम आगे बढ़ाते हुए दिखाई देगा. ...
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को विधानसभा में राज्य का वर्ष 2019-20 के लिए बजट प्रस्तुत करते हुए कोई नया कर नहीं लगाया और साथ ही भर्तियों और राहतों की प्रदेश की जनता को सौगात दी है। ...
नरेंद्र मोदी सरकार के दोबारा चुने जाने के बाद जारी पहले संसद सत्र में आज सभी की नजरें वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर होंगी। निर्मला सीतारमण आज बजट पर जारी चर्चा पर जवाब देंगी। निर्मला सीतारमण ने बतौर पहली पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री पिछले हफ्ते सा ...