US Open: एम्मा रादुकानू ने इतिहास रच दिया। ब्रिटेन की 18 वर्षीय क्वालीफायर रादुकानू ने फाइनल में कनाडा की 19 वर्षीय गैरवरीयता प्राप्त लीलह फर्नाडीज को हराया।
ब्रिटिश किशोरी एम्मा रादुकानु पिछले महीने 150वीं रैंकिंग के साथ न्यूयॉर्क पहुंचीं थीं। फाइनल में कनाडा की किशोरी लीलह फर्नाडीज को 6-4, 6-3 से हराकर खिताब पर कब्जा किया। वर्ष के इस आखिरी ग्रैंडस्लैम को महिला एकल में नयी चैंपियन मिलीं।
ब्रिटेन की 18 वर्षीय क्वालीफायर रादुकानू और कनाडा की 19 वर्षीय गैरवरीयता प्राप्त फर्नाडीज में कई समानताएं हैं। वे तेज और चपल हैं। वे मुश्किल शॉट को भी आसानी से दूसरे पार पहुंचाने में निपुण हैं। वे अपनी अधिक मशहूर और अनुभवी प्रतिद्वंद्वियों की परवाह नहीं करती हैं। दोनों किशोरी हैं।
यूएस ओपन में गैरवरीयता प्राप्त हैं। यूएस ओपन में दर्शकों का उन्हें अपार समर्थन मिल रहा है और वे पहली बार किसी ग्रैंडस्लैम के फाइनल में पहुंची थीं। रादुकानू ने सेमीफाइनल में यूनान की 17वीं वरीयता प्राप्त मारिया सकारी को 6-1, 6-4 से पराजित किया था, जबकि फर्नाडीज ने दूसरी वरीयता प्राप्त आर्यना सबालेंका को एक रोचक मुकाबले में 7-6 (3), 4-6, 6-4 से हराया था।
यूएस ओपन में 1999 के बाद यह पहला अवसर है, जबकि दो किशोरी फाइनल में खेलीं। तब 17 साल की सेरेना विलियम्स ने 18 साल की मार्टिना हिंगिस को हराया था। ब्रिटेन की रादुकानू की विश्व रैंकिंग 150 और फर्नाडीज की 73 है। रादुकानू पेशेवर युग में ग्रैंडस्लैम फाइनल में पहुंचने वाली पहली क्वालीफायर हैं।
अपने दूसरे ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट में खेल रही रादुकानू ने यूएस ओपन में अभी तक अपने सभी 18 सेट जीते हैं। रादुकानू को तो मुख्य ड्रा में पहुंचने की भी उम्मीद नहीं थी और उन्होंने अपने लिये विमान का टिकट भी खरीद रखा था, ताकि उन्हें क्वालीफाईंग के बाद न्यूयार्क में न रुकना पड़े। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने एक समय में एक मैच पर ध्यान केंद्रित किया और अब तीन सप्ताह बाद मैं फाइनल में हूं। मुझे इस पर विश्वास नहीं हो रहा है।’’