नई दिल्ली: तेलंगाना राज्य नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह पूरा हो गया है। इसमें भट्टी विक्रामारका मल्लु ने उप-मुख्यमंत्री की शपथ ली, तो वहीं रेवंत रेड्डी ने सूबे मुखिया के रुप में शपथ ले ली है। इस अवसर पर यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी, राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और राज्य इकाई यानी तेलंगाना के नेता भी मौजूद रहे।
भट्टी ने हाल ही में संपन्न हुए तेलंगाना विधानसभा चुनाव में खम्मम जिले के मधिरा विधानसभा क्षेत्र से 35452 वोटों से विजयी हुए। कांग्रेस द्वारा राज्य में अपनी पहली जीत दर्ज करने और केसीआर के नेतृत्व वाली बीआरएस सरकार को पूर्ण बहुमत से बाहर करने के बाद आज वो डिप्टी सीएम बन गए। रेड्डी ने पार्टी के शीर्ष नेतृत्व मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा की उपस्थिति में शपथ ली।
3 दिसंबर को चुनाव परिणाम आने के बाद, कांग्रेस को 64 सीटें मिली और जीतकर तेलंगाना में सत्ता बनाने का दावा प्रदेश की राज्यपाल के समक्ष किया। भट्टी के सीएम पद की दौड़ में होने की अटकलें थीं, साथ ही उत्तम कुमार ने भी कथित तौर पर इस पद को हासिल करने के लिए अंतिम पलों तक प्रयास किए थे। हालांकि, रेवंत रेड्डी को सीएम चेहरा चुने जाने की पार्टी की आधिकारिक घोषणा के बाद कुमार को पीछे हटना पड़ा। इसी तरह भट्टी का मकसद था कि वो किसी तरह राज्य के सीएम बन जाये, लेकिन उन्हें सिर्फ उप-मुख्यमंत्री के पद से ही संतोष करना पड़ा।
भट्टि विक्रमार्क कौन है?15 जून, 1961 को खम्मम जिले के वैरा मंडल के स्नानाला लक्ष्मीपुरम गांव में जन्मे भट्टी, मधिरा विधानसभा क्षेत्र से चार बार प्रतिनिधि रहे हैं। वह 2009, 2014, 2018 और 2023 के चुनावों में विधान सभा के सदस्य के रूप में चुने गए। उन्होंने 2007 में खम्मम जिले से एमएलसी के रूप में जीत हासिल की। वह 2009 से 2011 के बीच आंध्र प्रदेश सरकार के मुख्य सचेतक भी थे। भट्टी ने 2011 से 2014 तक आंध्र प्रदेश विधानसभा के उपाध्यक्ष के रूप में कार्य किया।