लाइव न्यूज़ :

झारखंड में हेमंत सोरेन मंत्रिमंडल का विस्तार, झामुमो के पांच और कांग्रेस के दो मंत्री शामिल

By भाषा | Published: January 28, 2020 5:32 PM

राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने राजभवन में सादे समारोह में नए मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलायी। सात मंत्रियों में पांच झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के और दो कांग्रेस के हैं। झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन की सरकार ने पिछले साल 29 दिसंबर को राज्य में सत्ता संभाली थी।

Open in App
ठळक मुद्देसत्ताधारी गठबंधन में आने वाले विधायकों एवं अन्य आकांक्षी लोगों के लिए एक मंत्री पद रिक्त रखा गया है।मुख्यमंत्री ने राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू से भेंट कर उनसे अपने मंत्रिमंडल के विस्तार के लिए समय मांगा था।

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंगलवार को एक महीने पुराने अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करते हुए सात मंत्रियों को शामिल किया। राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने राजभवन में सादे समारोह में नए मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलायी।

सात मंत्रियों में पांच झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के और दो कांग्रेस के हैं। झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन की सरकार ने पिछले साल 29 दिसंबर को राज्य में सत्ता संभाली थी। सोरेन ने चंपई सोरेन, हाजी हुसैन अंसारी, जगरनाथ महतो, जोबा मांझी, मिथिलेश कुमार ठाकुर (सभी झामुमो से), बन्ना गुप्ता और बादल पत्रलेख (दोनों कांग्रेस) को मंत्रिपरिषद में शामिल किया।

महतो और ठाकुर पहली बार मंत्री बने हैं और मांझी झामुमो में शामिल होने से पहले पूर्व की राजग सरकार में मंत्री थीं। अन्य चार पूर्व की संप्रग सरकारों में मंत्री रह चुके हैं। झामुमो में पांच नए मंत्रियों को शामिल किए जाने के साथ मुख्यमंत्री सोरेन सहित उनकी पार्टी के छह मंत्री हो गए हैं।

इसके अलावा कांग्रेस के चार और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के एक मंत्री हैं। अब मंत्रिपरिषद में 11 मंत्री हो गए हैं। एक और को मंत्री बनाए जाने की संभावना है। संवैधानिक प्रावधानों के तहत झारखंड में मुख्यमंत्री सहित अधिकतम 12 मंत्री हो सकते हैं।

पूर्ववर्ती रघुवर दास सरकार में 11 मंत्री ही थे। पिछले साल सोरेन के 29 दिसंबर को झारखंड के 11 वें मुख्यमंत्री बनने के बाद मंत्रिपरिषद का यह पहला विस्तार है। उनके साथ कांग्रेस के आलमगीर आलम और रामेश्वर उरांव तथा राजद के सत्यानंद भोक्ता ने भी शपथ ली थी। मंत्रिपरिषद का विस्तार 24 जनवरी को होने वाला था। पश्चिम सिंहभूम जिले में सात ग्रामीणों की हत्या के कारण मुख्यमंत्री के आग्रह पर इसे टाल दिया गया था।

टॅग्स :झारखंडझारखंड मुक्ति मोर्चाझारखंड विकास मोर्चा (प्रजातांत्रिक)भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)कांग्रेसआरजेडीहेमंत सोरेनसोनिया गाँधी
Open in App

संबंधित खबरें

भारतLok Sabha Elections 2024: "मैं धर्म के आधार पर आरक्षण की इजाजत नहीं दूंगा, कांग्रेस पहले ही धर्म के आधार पर देश को बांट चुकी है", नरेंद्र मोदी का कांग्रेस पर हमला

भारतLok Sabha Elections 2024: ''नरेंद्र मोदी दक्षिण और उत्तर भारतीयों को बांटने की कोशिश कर रहे हैं, जहर उगल रहे हैं'', सिद्धारमैया का प्रधानमंत्री पर हमला

भारतLok Sabha Elections 2024: "केजरीवाल का जेल में दिमाग खत्म हो गया है, उन्होंने उस कांग्रेस को गले लगाया, जिसका अन्ना हजारे ने विरोध किया था'', योगी आदित्यनाथ ने कहा

भारतLok Sabha Elections 2024: "राहुल गांधी संविधान की नहीं कांग्रेस की चिंता करें, जिसे उन्होंने बर्बाद कर दिया है", आचार्य प्रमोद कृष्णम का कांग्रेस नेता पर हमला

भारतWeather Alert: 5 दिन रहे सतर्क, उत्तर-पश्चिम भारत में लू को लेकर अलर्ट, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली में दिखेगा असर, तापमान 45 डिग्री सेल्सियस पहुंचेगा, जानिए अपने शहर का हाल

राजनीति अधिक खबरें

भारतPM Modi Nomination: इतने बजे नामांकन दाखिल करेंगे पीएम मोदी, जानिए समय चुनने के पीछे का महत्व

राजनीतिLok Sabha Elections 2024: जानिए कौन हैं रमेश अवस्थी, 1990 से राजनीति में जुड़े....

राजनीतिLok Sabha Elections 2024: कानपुर में सीएम योगी की ललकार, कहा- तीसरी बार मोदी सरकार, अवस्थी को जिताएं

राजनीतिKanpur LS polls 2024: अक्षरा और मोनालिसा के रोड शो  में उमड़ा जनसैलाब, क्या टूटेगा जीत का रिकार्ड, अवस्थी रचेंगे इतिहास

राजनीतिKanpur LS polls 2024: रोडशो, जयकार और फूलों से स्वागत, पीएम मोदी ने कानपुर में भाजपा प्रत्याशी अवस्थी के समर्थन में किया रोड शो