परछाईं न दिखाई देना है मृत्यु का संकेत? इन संकेतों के मिलते ही हो जाएं सतर्क

By गुणातीत ओझा | Updated: July 2, 2020 13:53 IST2020-07-02T13:53:18+5:302020-07-02T13:53:18+5:30

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हिन्दू धर्म में शिव पुराण का विशेष महत्व है। शिव पुराण में भगवान शंकर की महिमा का वर्णन है। मान्यता है कि भगवान शिव ब्रह्मांड में जीवन का आधार हैं। जीवन से लेकर मरण तक सबमें शिव की अवधारणा समाई है। शिव पुराण में बताया गया है कि भगवान शिव देवता, मनुष्यों, राक्षण और हर जीव पर समान रूप से कृपा करते हैं। भोले शंकर जल्दी ही प्रसन्न होने वाले देवता हैं। आइये आपको बताते हैं शिवपुराण में वर्णित चौंका देने वाली बातें...

शिव पुराण में शिव के कल्याणकारी स्वरूप का तात्त्विक विवेचन, रहस्य, महिमा और उपासना का विस्तृत वर्णन है, यह संस्कृत भाषा में लिखी गई है।

शिव-महिमा, लीला-कथाओं के अतिरिक्त इसमें पूजा-पद्धति, अनेक ज्ञानप्रद आख्यान और शिक्षाप्रद कथाओं का सुन्दर संयोजन है। इसमें भगवान शिव के भव्यतम व्यक्तित्व का गुणगान किया गया है।

शिव पुराण में मृत्यु से पहले मिलने वाले संकेतों के बारे में बताया गया है। यदि किसी का शरीर एकदम पीला या सफ़ेद पड़ जाए और शरीर पर लाल चकते उभरने लगें तो यह पास आती मृत्यु का एक संकेत है।

शिव पुराण के अनुसार, यदि किसी को आग की रोशनी ठीक से न दिखाई दे और हर तरफ अन्धकार प्रतीत हो। तो यह भी मृत्यु का एक संकेत है। ऐसे समय में ईश्वर का ध्यान करना चाहिए।

शिव पुराण में यह भी बताया गया है कि यदि जातक को तेल, शीशे और पानी में अपनी परछाईं दिखाई देनी बंद हो जाए या फिर लगे कि नजरें एकदम कमजोर हो गई हैं या दिखाई देना बंद हो गया है, तो भी यह मृत्यु का एक संकेत है।