Republic Day 2018: उड़ जाती है नींद ये सोचकर कि सरहद पर दी गईं वो कुर्बानियां हमारी नींद के लिए थीं।

By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: January 25, 2018 03:49 PM2018-01-25T15:49:47+5:302018-01-25T16:03:22+5:30

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तिरंगे की शान व देश की सुरक्षा करते हैं जवान।

जब हम सोते है तो देश की सरहद पर तैनात रहते है जवान।

सर्दी हो या गर्मी अपने फर्ज़ से पीछे नहीं हटते है जवान।

ऐसे में देश के ऊपर मर मिटने वालें शहीदों को एक सलाम तो बनता है।

हमारे कल को बचाने के लिए अपना आज कुर्बान करते हैं जवान।

आजादी की जंग में सबसे ज्यादा बलिदान दिया है जवानों ने।

अपनी आज़ादी को हम हरगिज़ मिटा सकते नहीं, सर कटा सकते हैं लेकिन सर झुका सकते नहीं।

जहां हम और तुम हिन्दू-मुसलमान के फ़र्क में मर रहे हैं, कुछ लोग हम दोनों के ही खातिर सरहद पर मर रहे हैं।

एक सैनिक की मौत पर परिवार को दुःख से ज्यादा गर्व होता है, ऐसे सपूतों को जन्म देने वाली माँ भी धन्य है।

सीमाएं नहीं बना करती हैं, कागज की खींची लकीरों से, ये तो घटती बढ़ती रहती हैं, वीरों की शमशीरों से।