रबीन्द्रनाथ टैगोर की पुण्यतिथि पर पढ़ें उनके प्रेरणादायक अनमोल विचार
By संदीप दाहिमा | Updated: December 7, 2019 07:11 IST2019-12-07T07:11:47+5:302019-12-07T07:11:47+5:30

चेहरे बहुत होते हैं पर सच्चाई सिर्फ एक होती है।

क्योंकि मैं इस जीवन से प्यार करता हूँ और मुझे मालूम है की मैं अपनी मौत को भी प्यार करूंगा। बच्चा रोता हैं जब माँ दाएं स्तन से इसे दूर ले जाती है, और दूसरे ही क्षण जब माँ बच्चे को बाईं स्तन की ओर लाती है तो वो सांत्वना पाता है।

आपकी मूर्ति जब टूट कर धूल में मिल जाती है तो वो इस को साबित करती है कि इश्वर की धूल आपकी मूर्ती से महान है।

प्रसन्न बने रहना बहुत सरल है, परन्तु सरल बने रहना बहुत कठिन है।

आह, तूने मेरे संगीत के अंतहीन जाल में मेरे दिल को बंदी बना दिया, मेरे गुरु!

यदि आप इसलिए रोते हैं कि कोई सूरज आपके जीवन से बाहर चला गया है, तो आपके आँसू आपको सितारों को देखने से भी रोकेंगे।

मुझे खतरों से बचने की प्रार्थना नहीं करनी चाहिए, बल्कि उनका सामना करने में निडर होना चाहिए। मुझे अपने दर्द को दूर करने के लिए नहीं, बल्कि दिल को जीतने के लिए भीख माँगने दो।

आप फूलों को एकत्रित करने के लिए रुको मत। बढ़ते चलो, आगे बढ़ते चलो, तुम्हारी राह में निरंतर फूल खिलते रहेंगे।

















