नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी पीएम मोदी के खिलाफ एक बार फिर मोर्ची खोल दिया है। इस बार सुब्रमण्यम स्वामी ने सीधे पीएम को चुनौती देते हुए वाराणसी से लोकसभा चुनाव लड़ने की बात कह दी है।
सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट किया, "ट्विटर पर मोदी और ताड़का के फॉलोअर मूर्ख हैं क्योंकि वे जो भी ट्वीट करते हैं वह यह है कि मोदी मुझे सांसद नहीं बनाएंगे। बेवकूफ नहीं जानते कि मैं पहले ही छह बार संसद में जा चुका हूं, वो भी मोदी के न रहते हुए। मैं 7वीं बार भी जाना चुन सकता हूं जैसे कि वाराणसी से।"
इससे पहले सुब्रमण्यम स्वामी ने चीनी घुसपैठ का मुद्दा उठाते हुए इशारों मे ही नए संसद भवन के उद्घाटन के दौरान किए गए धार्मिक कर्मकांडों पर भी तंज कसा था। सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट कर के कहा, "शी जिनपिंग के नेतृत्व वाले चीन ने एक बार फिर दिखा दिया है कि चीन भले ही भारत माता को जंजीरों में जकड़ना जारी रखे और उन्हें हमारी जमीन से अलग कर दे। मोदी केवल विलाप करते हुए यही कहते रहेंगे कि ‘कोई आया नहीं’। तांत्रिक पूजा हमेशा उल्टी पड़ती है और पंगु बना देती है जैसा कि रावण के साथ हुआ था।"
ये पहली बार नहीं है जब सुब्रमण्यम स्वामी ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ जाकर अपने दल के सबसे ताकतवर नेता पीएम मोदी पर सीधा हमला किया हो। सुब्रमण्यम स्वामी ने चीन से निपटने के तरीके को लेकर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर पहले भी सवाल खड़े किए हैं। जब सीमा पर चीन से तनाव शुरु हुआ था तब भी स्वामी ने कहा था कि प्रधानमंत्री ने 2020 में कहा कि 'कोई आया नहीं कोई गया नहीं।' चीन को यह बहुत पसंद आया, लेकिन यह सच नहीं था।
सुब्रमण्यम स्वामी ने गृहमंत्री अमित शाह को भी नहीं बख्शा है। अप्रैल को स्वामी ने ट्वीट करते हुए कहा था कि अमित शाह कहते हैं कि भारतीय सीमाएं सुरक्षित हैं, उसका उल्लंघन नहीं किया जा सकता है। यह सरासर झूठ है या उनकी हिमालयी अज्ञानता है। वह किसी भी तरह से गृह मंत्री बनने के लायक नहीं हैं।
बता दें कि डॉ.सुब्रमण्यम स्वामी एक भारतीय अर्थशास्त्री, सांख्यिकीविद और राजनेता हैं। स्वामी ने भारत के योजना आयोग के सदस्य के रूप में कार्य किया है। 2013 तक जनता पार्टी के अध्यक्ष के रूप में कार्य करने के बाद, वे आधिकारिक रूप से भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे।