PM Modi Visit Wayanad: केरल के वायनाड क्षेत्र में आए भूस्खलन से भारी तबाही मची है। सैकड़ों लोगों ने अपनी जान गवा दी और अब भी ताबाही के निशाना वहां बाकी है। इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द वायनाड का दौरा कर सकते हैं। न्यूज 18 की रिपोर्ट के अनुसार, पीएम वायनाड स्थिति की समीक्षा के लिए इलाके का दौरा कर सकते हैं। नरेंद्र मोदी इस सप्ताह के अंत में केरल के वायनाड के भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर सकते हैं। प्रधानमंत्री के हवाई सर्वेक्षण करने और जमीन पर कुछ लोगों से मिलने की उम्मीद है।
मालूम हो कि 30 जुलाई को हुए भूस्खलन में 300 से अधिक लोगों की जान चली गई और सैकड़ों लोग घायल हो गए। भारतीय सेना, एनडीआरएफ और स्थानीय आपातकालीन प्रतिक्रिया विभागों ने अपने व्यापक खोज और बचाव अभियान को जारी रखा है, जिसमें टीमें अब वन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं। केरल सरकार ने खोज प्रयासों में लापता लोगों के परिवारों और स्थानीय निवासियों की मदद ली है।
गौरतलब है कि बीते बुधवार को राहुल गांधी ने संसद में बोलते हुए वायनाड में भूस्खलन के कारण प्रभावित लोगों के लिए ‘उच्च मुआवजे’ और ‘व्यापक पुनर्वास पैकेज’ की मांग की। गांधी ने सरकार से वायनाड में हाल ही में हुई आपदा को ‘राष्ट्रीय आपदा’ घोषित करने का भी आह्वान किया। इस बीच, केरल सरकार ने बुधवार को कहा कि वह एक सप्ताह से भी अधिक समय पहले हुए बड़े पैमाने पर भूस्खलन से प्रभावित सभी परिवारों के पुनर्वास के लिए तत्काल कदम उठा रही है।
राज्य के राजस्व मंत्री के राजन ने कहा, “पुनर्वास पैकेज भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों से प्राप्त सटीक आंकड़ों के आधार पर तैयार किया जाएगा, न कि इस आधार पर कि शिविरों में कौन रह रहा है।”
पुनर्वास योजना
प्रभावित लोगों को दोबारा बसाए जाने के पहले चरण में जीवित बचे लोगों को सरकारी स्कूलों के राहत शिविरों से खाली घरों और सरकारी संपत्तियों सहित अस्थायी आवासों में ले जाया जाएगा। प्रशासन सभी खर्चों को वहन करेगा, और विशेष टीमें आवश्यक सुविधाएं प्रदान करना सुनिश्चित करेंगी।
दूसरे चरण में प्री-फैब्रिकेटेड तकनीक का उपयोग करके अस्थायी पारगमन घर शामिल हैं, जो जीवित बचे लोगों को स्थायी आवास में स्थानांतरित करते हैं। अंतिम चरण में सुरक्षित वातावरण में सभी आवश्यक सुविधाओं के साथ एक व्यापक टाउनशिप का विकास किया जाएगा। फिलहाल इस उद्देश्य के लिए भूमि का मूल्यांकन किया जा रहा है।