नयी दिल्ली, 12 अप्रैल दिल्ली में कोविड-19 मामलों में चिंताजनक वृद्धि के बीच सीरोलॉजिकल सर्वेक्षण का छठा दौर सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी में शुरू हुआ जिसका उद्देश्य लोगों में कोरोना वायरस के खिलाफ एंटीबॉडी की मौजूदगी का पता लगाना है।
सूत्रों ने कहा कि इस कवायद के तहत 272 वार्डों से 28,000 नमूने एकत्रित किये जाएंगे, यानी प्रत्येक वार्ड से करीब 100 नमूने।
दिल्ली की आबादी 2 करोड़ से अधिक है जो 11 जिलों में फैली हुई है।
सूत्रों ने कहा कि सीरो सर्वे के छठे दौर में प्रतिभागियों के टीकाकरण इतिहास को भी संज्ञान में लिया जाएगा।
पहला सीरो सर्वे दिल्ली सरकार द्वारा पिछले साल 27 जून से 10 जुलाई तक नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (एनसीडीसी) के सहयोग से किया गया था। इस कवायद के तहत 21,387 नमूने एकत्र किए गए थे और यह पाया गया था कि लगभग 23 प्रतिशत प्रतिभागी कोरोना वायरस के सम्पर्क में आये हैं।
सीरो सर्वेक्षण के पांचवें दौर के नतीजों में शहर की 50 प्रतिशत से अधिक आबादी में कोरोना वायरस के खिलाफ एंटीबॉडी पाये गए थे।
जनवरी में समाप्त हुए सर्वेक्षण के तहत शहर के विभिन्न जिलों से 25,000 से अधिक लोगों से नमूने एकत्र किए गए थे।
दिल्ली में रविवार को कोविड-19 के 10,774 मामले सामने आये थे। इसके बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने निवासियों को चेतावनी जारी की कि उन्हें बहुत जरूरी होने पर ही अपने घरों से बाहर निकलना चाहिए।
उन्होंने कहा था कि कोरोना वायरस की चौथी लहर पिछली लहरों की तुलना में कहीं अधिक खतरनाक है।
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