दिल्ली पुलिस के आयुक्त राकेश अस्थाना ने नए भर्ती आरक्षियों से अपराध की नवीनतम प्रवृत्तियों के प्रति अद्यतन रहने और जांच करने, सबूत एकत्र करने और अभियोजन की प्रक्रिया में प्रौद्योगिकी के अधिकतम इस्तेमाल का आह्वान किया। वह झड़ौदा कलां स्थित पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय में आयोजित पासिंग आउट परेड को संबोधित कर रहे थे। अधिकारियों ने बताया कि 116वें बैच के 312 आरक्षियों ने अपना प्रशिक्षण पूरा कर लिया है और अब उनकी तैनाती दिल्ली पुलिस की विभिन्न इकाइयों और जिलों में की जाएगी। आधिकारिक बयान के मुताबिक शनिवार को प्रशिक्षण पूरा करने वाले आरक्षियों में 171 की नियुक्ति अनुकंपा के आधार पर की गई है जिनके अपने रक्त संबंधी बल में ड्यूटी करते हुए जान गंवाई थी। प्रशिक्षण पूरा करने वाले 312 आरक्षियों में 11 परास्नातक, 116स्नातक, तीन बीटेक, एक बीबीए और एक बीसीए की उपाधि प्राप्त है। बयान के मुताबिक अस्थाना ने पासिंग आउट परेड का निरीक्षण किया और सलामी ली। उन्होंने प्रशिक्षण पूरा करने वाले आरक्षियों को बधाई दी और पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय के कर्मचारियों और प्रशिक्षकों की शानदार प्रशिक्षण के लिए प्रशंसा की। बयान के मुताबिक अस्थाना ने सामुदायिक पुलिसिंग के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा, ‘‘ समाज के 99 प्रतिशत लोग शांति से रहना चाहते हैं और केवल कुछ ही शांति को भंग करना चाहते हैं। उन 99 प्रतिशत लोगों को भरोसे में लें और उनके सहयोग से सदभावना कायम करें।’’ उन्होंने कहा कि पुलिस की छवि जनता में भरोसा देने वाली होनी चाहिए लेकिन साथ ही अपराधियों को उससे भयभीत होना चाहिए। अस्थाना ने जोर दिया कि वे अपनी ड्यूटी के दौरान बहादुरी और संतुलित रहकर तटस्थ भाव से संविधान और कानून को मजबूत करें। बयान के मुताबिक महिला आरक्षी अंकुश देवी और पुरुष आरक्षी पीयूष कुमार को ‘ऑल राउंड बेस्ट कैडेट’ चुना गया।
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