इंडिया टीवी के चेयरमैन और एडिटर इन चीफ रजत शर्मा ने अरुण जेटली के निधन पर शोक व्यक्त किया। रजत शर्मा ने लिखा- अरुण जेटली मेरे परम मित्र थे। हमारी मित्रता पांच दशक पुरानी थी। उनके निधन से मैं मर्माहत हूं। ईश्वर उनके परिवार को दुख की इस घड़ी में शक्ति प्रदान करें। जेटली एक कुशल प्रशासक, एक विज्ञ विधिवेत्ता, और एक निष्कलंक राजनेता थे। परमेश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें।एक अन्य ट्वीट में रजत शर्मा ने लिखा- अरुण जेटली के निधन की खबर से एक शून्य जैसा पैदा हो गया है। समझ में नहीं आता क्या भूलूं, क्या याद रखूं । देश के लिए अरुण जी प्रखर नेता, ओजस्वी वक्ता, कुशल प्रशासक, तेज़ तर्रार वकील और निष्कलंक व्यक्तित्व के धनी इंसान थे,
रजत शर्मा दिवंगत अरुण जेटली से अपनी दोस्ती के किस्से कई बार खुद से बता चुके हैं। इनकी दोस्ती से जुड़ा एक किस्सा और बहुत मशहूर है। दोस्ती के इस किस्से को रजत शर्मा अपने शो आप की अदालत में खुद शेयर कर चुके हैं-
लगभग 45 साल पुरानी बात है जब रजत शर्मा दिल्ली के श्रीराम कॉलेज में एडमिशन मिल गया। कॉलेज में पहले दिन उनकी मुलाकात अरुण जेटली से हुई। अरुण जेटली उस समय कॉलेज यूनियन के अध्यक्ष थे। कॉलेज का पहला दिन था रजत शर्मा फीस जमा करना था और उनके पास फीस के पूरे पैसे नहीं थे। देरी से फीस जमा करने के कारण अकाउंटेंट ने रजत को डांटा और कहा कि इकट्ठे पैसे लेकर आया करो। फीस में जब 4 रुपए कम निकले तो अकाउंटेंट एक बार फिर जोर से उन पर चिल्लाया।
उसी दौरान वहां से अरुण जेटली निकल रहे थे। चिल्लाने की आवाज सुन कर वो आए और अकाउंटेंट को डांटते हुये कहा कि फ्रेशर से ऐसे कैसे बात कर सकते हो। अरुण ने फीस पूरी करने के लिए जेब से 4 रुपए निकालकर रजत को दिए। और फिर कंधे पर हाथ रखकर बोले तुम्हारे पास तो चाय के पैसे भी नहीं होंगे। चलो मैं तुम्हें चाय पिलाता हूं।
उस घटना के बाद दोनों के बीच दोस्ती की गहरी होती चली गई और आगे चलकर यह दोश्ती पारिवारिक रिश्ते में बदल गई। बताया जाता है कि जेटली ने रजत शर्मा की शादी जेटली ने अपने बंगले से ही की थी और बाद में उनके टीवी करियर में भी हमेशा भरोसेमंद दोस्त की तरह साथ निभाते रहे।
डीडीसीए के 14 साल अध्यक्ष रहे थे अरुण जेटलीअरुण जेटली का क्रिकेट से भी नाता रहा और वह 1999 से 2013 तक दिल्ली एंव जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) के अध्यक्ष भी रहे। डीडीसीए अध्यक्ष पद के तौर पर जेटली का नाम विवादों में भी घिरा था। ये विवाद उनके वित्त मंत्री रहने के दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा उन पर डीडीसीए में कथिति वित्तीय अनियमितताओं के लिए लगाए गए आरोपों के बाद सुर्खियों में आ गया था।
जेटली ने किया था मानहानि का मुकदमा, केजरीवाल ने मांगी थी माफीजेटली ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ उनका नाम डीडीसीए में कथित वित्तीय अनियमितताओँ में घसीटने के लिए उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा भी दायर किया था।
इस मामले में रजत शर्मा ने उनकी ईमानदारी और प्रतिष्ठा का हलफनामा कोर्ट में दिया था। इस पर एक पत्रकार और एक सत्ताधारी राजनेता के बीच के रिश्ते पर सवाल भी खड़े हुए थे। यह सवाल लंबे समय से बहस का विषय बना रहा था।