लाइव न्यूज़ :

'मैंने 2015 में ही कहा था कि कांग्रेस में सिर्फ गांधी रह जाएंगे...', आजाद के इस्तीफे पर बोले असम सीएम हिमंत बिस्वा सरमा

By रुस्तम राणा | Published: August 26, 2022 2:54 PM

असम के मुख्यमंत्री ने कहा, 'मैंने साल 2015 में ही कहा था कि कांग्रेस में सिर्फ गांधी रह जाएंगे। राहुल गांधी भाजपा के लिए वरदान हैं। जब लोग राहुल गांधी से हमारे नेताओं की तुलना करते हैं तो वैसे ही हम आगे हो जाते हैं।'

Open in App
ठळक मुद्देहिमंत बिस्वा सरमा ने कहा- गुलाम नबी आजाद और मेरे लिखे गए इस्तीफे-पत्र में काफी समानताएं हैंअसम के मुख्यमंत्री ने राहुल गांधी को बताया भाजपा के लिए वरदानकहा- सोनिया गांधी ने अपने बेटे को ही आगे बढ़ाने का काम किया है जो अब तक विफल रहा

गुवाहाटी: वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद का इस्तीफा जहां कांग्रेस में बम फोड़ने जैसा है तो वहीं भाजपा के लिए यह कांग्रेस और गांधी परिवार पर हमला बोलने का एक सुनहरा अवसर है। कभी कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस और गांधी परिवार पर निशाना साधा है। असम के मुख्यमंत्री ने कहा शुक्रवार को कहा, गुलाम नबी आजाद और मेरे लिखे गए (इस्तीफे) पत्र में काफी समानता हैं। 

उन्होंने कहा कि सबको पता है कि राहुल गांधी अपरिपक्व और अप्रत्याशित नेता है। सरमा ने कहा, कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी ने अब तक बस अपने बेटे को ही आगे बढ़ाने का काम किया है जो अब तक विफल रहा है। अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि इस वजह से जो नेता पार्टी के लिए वफ़ादार थे वह पार्टी छोड़कर जा रहे हैं। 

असम के मुख्यमंत्री ने कहा कि, मैंने साल 2015 में ही कहा था कि कांग्रेस में सिर्फ गांधी रह जाएंगे। इस दौरान उन्होंने कहा कि राहुल गांधी भाजपा के लिए वरदान हैं। जब लोग राहुल गांधी से हमारे नेताओं की तुलना करते हैं तो वैसे ही हम आगे हो जाते हैं।

वहीं गुलाम नबी आजाद का कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा, ज़ाहिर है कि वे बहुत आहत हुए होंगे। इस स्थिति को आने से बचाई जा सकती थी और यह बात समय-समय पर बताई भी गई। उन्होंने कहा, हम निरंतर कमज़ोर होते जा रहे हैं। हमारा यही लक्ष्य रहा है कि राय मशवरा करके उसको हम सुधार सकें। 

बता दें कि आनंद शर्मा ने भी कुछ दिनों पहले पार्टी की ओर से गठित हिमाचल प्रदेश चुनाव संचालन समिति के अध्यक्ष पद से अपना इस्तीफा दिया है। वह भी पार्टी में सुधार की वकालत करते रहे हैं। 

वहीं कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने आजाद को एक चिट्ठी लिखी है जिसमें उन्होंने कहा, "हमने सुधार का झंडा उठाया था, विद्रोह का बैनर नहीं... पार्टी के अंदर रहना जरूरी था... जीएन आजाद के बिना कांग्रेस बहुत कमजोर होगी, लेकिन आजाद जिसने 'जी23' पत्र लिखा था, वह नहीं जिसने इस इस्तीफे को लिखा था।" 

टॅग्स :हेमंत विश्व शर्मागुलाम नबी आजादकांग्रेसBJPसंदीप दीक्षित
Open in App

संबंधित खबरें

भारतArunachal Pradesh election results 2024: पेमा खांडू की हैट्रिक, लगातार तीसरी बार सत्ता में लौटी भाजपा, 60 सीट में से 46 पर प्रचंड जीत, कांग्रेस को 1 सीट, जानें

पूजा पाठPema Khandu: अरुणाचल प्रदेश में तीसरी बार बनेगी भाजपा सरकार, पेमा खांडू जीत के सूत्रधार, जानिए देश के सबसे युवा सीएम के बारे में

भारतVIDEO: राहुल गांधी से जब पत्रकारों ने पूछा इंडिया ब्लॉक की कितनी सीटें आएंगी? कांग्रेस नेता ने जवाब में कहा, "आपने सिद्धू मूसेवाला का गाना 295 सुना है?"

भारतPoklok-Kamrang, Sikkim Assembly Election Results 2024 Live Updates: दोनों सीट पर हारे पवन कुमार चामलिंग

भारतएक्जिट पोल के आंकड़ों को अखिलेश यादव ने साजिश बताया, शेयर मार्केट से जोड़ा लिंक, समर्थकों से चौकन्ना रहने की अपील की

भारत अधिक खबरें

भारतहैदराबाद पर आज से तेलंगाना का पूरा अधिकार, संयुक्त राजधानी का दर्जा हटा, आंध्र प्रदेश से हुई अलग

भारतSikkim election results 2024: सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा की आंधी में भाजपा और कांग्रेस साफ, जीरो पर आउट, एसकेएम को 32 में से 31 सीट

भारतDelhi water crisis: दिल्ली में गहराती जा रही पानी की समस्या, आतिशी ने योगी आदित्यनाथ और नायब सिंह सैनी को लिखा पत्र

भारतBomb Threat: पेरिस-मुंबई विस्तारा फ्लाइट को मिली बम से उड़ाने की धमकी, इमरजेंसी अलर्ट जारी

भारतSikkim Assembly Election Results 2024: सिक्किम में SKM सत्ता में लौटी, कौन हैं पार्टी प्रमुख प्रेम सिंह तमांग?