गुलाम नबी आजाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं। 7 मार्च 1949 को जन्मे गुलाम नबी आजाद वर्तमान भारत सरकार में राज्य सभा के विपक्ष के नेता है। वह पंद्रहवीं लोकसभा के मंत्रिमंडल में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण में मंत्री बनाया गया था। Read More
नवम्बर महीने में 13 दिनों में ही उन्हें तीसरी बार पार्टी का नाम बदलना पड़ा था। 26 नवंबर को जब डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी के नाम से आवेदन किया गया था तो उसके प्रति दुआ की जा रही थी कि वह अब स्वीकृत हो जाए। ...
आजाद के ही मुख्यमंत्रित्व काल में ही आम नागरिकों को गणतंत्र व स्वतंत्रता दिवस सामारोहों की ओर आकर्षित करने के इरादों से मुफ्त सरकारी बसों की व्यवस्था आरंभ हुई थी और अखबारों तथा अन्य संचार माध्यमों में विज्ञापन देकर उनमें जोश भरने की कवायद भी। ...
तारा चंद, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष पीरजादा मोहम्मद और 15 अन्य नेताओं ने कांग्रेस में वापसी की है। कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने इन नेताओं का पार्टी में स्वागत किया। ...
एनआई के अनुसार, आजाद और कांग्रेस के बीच बातचीत भी शुरू हो गई है। गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों के दौरान आजाद ने कहा था कि केवल कांग्रेस ही भाजपा का मुकाबला कर सकती है। ...
कांग्रेस से आजाद हुए पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद की नवगठित पार्टी के प्रदेश में हजारों कार्यकर्ताओं और नेताओं के लिए पहचान का मामला अभी तक सुलझ नहीं पाया है। ...
गुलाम नबी आजाद ने कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा पर सवाल उठाते हुए कहा कि रोजगार से ज्यादा महत्वपूर्ण जीवन है और सरकार को कश्मीरी पंडितों को जम्मू स्थानांतरित करना चाहिए। ...
ऐसे में गुलाम नबी आजाद द्वारा बनाई गई नई पार्टी के भीतरी सूत्रों की माने तो इस आखिरी बार भेजे गए नाम से पूर्व मुख्यमंत्री खुश नहीं है। पार्टी के नाम को लेकर गुलाम नबी आजाद का यह कहना था कि पार्टी का नाम छोटा होना चाहिए। ऐसे में वे इस नए और आखिरी बार ...
Rajasthan Congress Crisis: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के वफादार विधायक कांग्रेस विधायक दल की बुलाई गई बैठक में शामिल नहीं हुए जिसे पार्टी ने प्रथमदृष्टया अनुशासनहीनता माना है। ...