नई दिल्ली: डीआरडीओ ने पीएफएफआर, राजस्थान में मैन पोर्टेबल एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल (एमपीएटीजीएम) हथियार प्रणाली विकासात्मक का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। इस दौरान DRDO ने मिसाइल और वॉरहेड परफॉर्मेंस सटीक पाई गई।
एमपीएटीजीएम या मैन पोर्टेबल एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल, भारतीय तीसरी पीढ़ी की फायर-एंड-फॉरगेट एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल (एटीजीएम) है, जो भारत के नाग एटीजीएम से प्राप्त हुई है। साल 2022 से इसे भारतीय रक्षा क्षेत्र में अहम किरदार में वीईएम टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड के साथ साझेदारी में रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा विकसित किया गया है।
रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) मैन पोर्टेबल एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल (MPATGM) के लिए 15 थ्रस्ट वेक्टर कंट्रोल सिस्टम विकसित करने की प्रक्रिया से बनाया। यह मिसाइल इंफ्रारेड लाइड को ट्रैक करता है और इसके साथ ही अपने टारगेट पर अचूक निशाना लगाने में कामयाब है। एमपीएटीजीएम का उद्देश्य भारतीय वायु सेना (आईएएफ) द्वारा उच्च गतिशीलता के साथ कम आरसीएस हवाई खतरों को रोकना है।