Russia-Ukraine war: यूक्रेनी सेना के पांव अब उखड़ने लगे हैं, सेना के कमांडर-इन-चीफ ने माना हथियारों की भारी कमी, अमेरिका ने गोला बारूद भेजना शुरू किया
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: April 29, 2024 04:14 PM2024-04-29T16:14:57+5:302024-04-29T16:16:06+5:30
अमेरिका ने पिछले सप्ताह यूक्रेन के लिए 61 बिलियन डॉलर के सैन्य सहायता पैकेज पर सहमति व्यक्त की थी। लेकिन नए अमेरिकी हथियार अभी तक अग्रिम मोर्चों पर नहीं पहुंच पाए हैं। यूक्रेनी सैनिक महीनों से गोला-बारूद, सैनिकों और हवाई सुरक्षा की कमी से जूझ रहे हैं।
Russia-Ukraine war: रूस से लंबे समय से जंग में उलझी यूक्रेनी सेना के पांव अब उखड़ने लगे हैं। यूक्रेनी सेना हथियारों की कमी का सामना भी कर रही है। यूक्रेन की सेना के कमांडर-इन-चीफ ने कहा है कि अग्रिम मोर्चो पर रूस के आक्रामक हमले के कारण स्थिति खराब हो गई है। ऑलेक्ज़ेंडर सिरस्की ने कहा कि यूक्रेनी सेना पूर्वी डोनेट्स्क के कई क्षेत्रों में फ्रंटलाइन से पीछे हट गई है।
यूक्रेनी सेना को नए अमेरिकी हथियारों की बेहद जरूरत है। अमेरिकी हथियारों के यूक्रेन पहुंचने से पहले रूस तोपखाने के भीषण हमले से फायदा उठाने की कोशिश कर रहा है। रूसी सेना की कोशिश है कि जब तक अमेरिकी मदद यूक्रेन की सीमा तक पहुंचती है उससे पहले यूक्रेनी सेना को जितना पीछे धकेला जा सके उतना पीछे धकेल दिया जाए।
अमेरिका ने पिछले सप्ताह यूक्रेन के लिए 61 बिलियन डॉलर के सैन्य सहायता पैकेज पर सहमति व्यक्त की थी। लेकिन नए अमेरिकी हथियार अभी तक अग्रिम मोर्चों पर नहीं पहुंच पाए हैं।
यूक्रेनी सैनिक महीनों से गोला-बारूद, सैनिकों और हवाई सुरक्षा की कमी से जूझ रहे हैं।
जनरल सिरस्की ने रविवार को टेलीग्राम मैसेजिंग सेवा पर एक पोस्ट में कहा कि अग्रिम मोर्चो पर हालात खराब हैं। उन्होंने पुष्टि की कि यूक्रेनी सेना डोनेट्स्क के एक क्षेत्र में पीछे हट गई है। यह एक डिफेंस लाइन थी जिसे फरवरी में रूस द्वारा अवदीवका पर कब्जा करने के बाद स्थापित किया गया था।
रूस अवदीवका पर कब्ज़ा करने के बाद अब चासिव यार के पास पहुंचने और उस पर कब्जा करने की कोशिश कर रहा है। यह कीव का एक मजबूत गढ़ है। अवदीवका पर रूसी कब्जे के बाद यूक्रेनी सेना ने नई रक्षात्मक सीमाएं बनाई थीं। जनरल सिरस्की ने माना है कि रूस ने कुछ क्षेत्रों में सामरिक सफलताएं हासिल की हैं।
हालांकि रूस और यूक्रेन के बीच लंबे वक्त से जारी युद्ध के बीच अमेरिका ने 25 अप्रैल को यूक्रेन को हथियार और गोला बारूद भेजना प्रारंभ कर दिया। बाइडन ने यूक्रेन और इजराइल को मदद देने तथा ताइवान समेत हिंद-प्रशांत क्षेत्र में अमेरिका और उसके सहयोगियों की सुरक्षा मजबूत करने के लिए 95.3 अरब अमेरिकी डॉलर के सहायता पैकेज संबंधी विधेयक पर हस्ताक्षर किए थे। सके कुछ घंटों बाद अमेरिका ने पोतों और विमानों के जरिए यूक्रेन को हवाई रक्षा सामग्री, रॉकेट प्रणाली और बख्तरबंद वाहन भेजने प्रारंभ कर दिए।
अमेरिका ने रूसी सेनाओं के खिलाफ इस्तेमाल करने के लिए यूक्रेन को गुप्त रूप से लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलें सौंपी हैं। अमेरिकी रक्षा मुख्यालय पेंटागन ने इस बात की पुष्टि की है। बैलिस्टिक मिसाइलों की मारक क्षमता 300 किलोमीटर तक होती है। लेकिन ये हथियार यूक्रेन के सैनिकों को मिलने में अभी कुछ समय लगेगा।