नई दिल्लीः बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र चक्रवाती तूफान ‘गुलाब’ में तब्दील हुआ है। आईएमडी ने दक्षिणी ओडिशा और उत्तरी आंध्र प्रदेश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने पश्चिम बंगाल की खाड़ी में उठे तूफान के चलते ओडिशा और आंध्र प्रदेश में अपनी 18 टीमों की तैनाती शुरू कर दी है।
ओडिशा सरकार ने शनिवार को सात जिलों को हाई अलर्ट पर रखा है। विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) पी के जेना ने कहा कि सरकार ने बचाव दल को संवेदनशील इलाकों में भेजा है और अधिकारियों से निचले इलाकों से लोगों को निकालने के लिए कहा है। ओडिशा डिजास्टर रैपिड एक्शन फोर्स (ओडीआरएएफ) की 42 टीमों और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के 24 दस्तों को दमकल कर्मियों के साथ सात जिलों- गजपति, गंजम, रायगडा, कोरापुट, मलकानगिरी, नबरंगपुर, कंधमाल में भेजा गया है।
चक्रवाती तूफान से गंजम के गंभीर रूप से प्रभावित होने की आशंका है और अकेले उस क्षेत्र में 15 बचाव दल तैनात किए गए हैं। इसके अलावा, 11 अग्निशमन इकाइयाँ, ODRAF की छह टीमें और NDRF की आठ टीमें आपातकालीन उद्देश्यों के लिए रिजर्व में हैं।
गजपति और कोरापुट के जिला प्रशासन ने 25 और 26 सितंबर को छुट्टियां रद्द कर दी हैं। एनडीआरएफ के महानिदेशक एस एन प्रधान ने ट्वीट किया, ‘‘ ओडिशा में 13 और आंध्र प्रदेश में पांच टीमों की तैनाती शनिवार रात तक कर दी जाएगी। एनडीआरएफ की टीम ओडिशा के बालासोर, गजपति, रायगढ़ा, कोरापुट, नयागढ़, और मल्काजगिरि में तैनात की जाएंगी जबकि पड़ोसी आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम, श्रीकाकुलम, यनम और विजयनगरम में बल की पांच टीमों की तैनाती होगी।
एनडीआरएफ की एक टीम में सामान्य तौर पर 47 जवान होते हैं जो पेड़ों और बिजली के गिरे खंभों को हटाने के उपकरण, संचार उपकरण, जीवनरक्षक नौका और मूलभूत चिकित्सा मदद से लैस होते हैं ताकि प्रभावित लोगों को बचाया जा सके और सहायता अभियान शुरू की जा सके। ओडिशा सरकार के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक- सात जिलों- गजपति, गंजम, रायगढ़ा, कोरापुट, मल्काजगिरि, नबरंगपुर और कंधमाल- को हाई अलर्ट पर रखा गया है क्योंकि भारत के मौसम विभाग (आईएमडी) ने बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवाती तूफान बनने का पूर्वानुमाम लगाया है।
आईएमडी के पूर्वानुमान के मुताबिक तूफान दक्षिणी ओडिशा और पड़ोसी आंध्र प्रदेश के तट की ओर बढ़ सकता है। विभाग ने इससे पहले पूर्वानुमान लगाया था कि उत्तर और उससे सटे मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र पश्चिम की ओर 14 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ सकता है।
आईएमडी के मुताबिक शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे के करीब तूफान ओडिशा के गोपालपुर से पूर्व दक्षिण पश्चिम में 470 किलोमीटर दूर और आंध्र प्रदेश के कलिंगपत्तनम से 540 किलोमीटर पूर्व उत्तर पूर्व में अवस्थित था। विभाग ने बताया, ‘‘कम दबाव के बने क्षेत्र के चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की संभावना है और इसके पश्चिम की ओर आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तट की ओर बढ़ने की संभावना है।
इसके 26 सितंबर को विशखापत्तन और गोपालपुर के बीच तट से टकराने की आशंका है।’’ आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि तूफान की वजह से 75 से 85 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं और यह गति 95 किलोमीटर प्रति घंटे तक जा सकती है।
आईएमडी के मुताबिक 27 सितंबर को ओडिशा और तेलंगाना के अधिकतर इलाकों में हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है जबकि छिटपुट इलाकों में मूसलाधार बारिश की संभावना है। वहीं,पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्र के छिटपुट इलाकों में भी बारिश हो सकती है।