मोहलीः भारतीय जनता पार्टी के नेता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा की मुश्किल बढ़ रही हैं। मोहाली की अदालत ने बग्गा के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया और पुलिस को उन्हें गिरफ़्तार करने और अदालत में पेश करने के निर्देश दिए हैं।
पंजाब पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने और कुछ घंटों के भीतर रिहा किये जाने संबंधी घटनाक्रम के एक दिन बाद न्यायिक मजिस्ट्रेट रावतेश इंद्रजीत सिंह की अदालत ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया। न्यायाधीश ने आदेश में कहा, ‘‘तेजिंदर पाल सिंह बग्गा पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 153-ए, 505, 505 (2), 506 के तहत दंडनीय अपराध का आरोप लगाया गया है।
तेजिंदर पाल सिंह बग्गा को गिरफ्तार करने और मेरे सामने पेश करने का निर्देश दिया जाता है।’’ मामले की अगली सुनवाई 23 मई को होगी। गौरतलब है कि पंजाब पुलिस ने भड़काऊ बयान देने, शत्रुता को बढ़ावा देने और आपराधिक भयादोहन करने के आरोप में बग्गा के खिलाफ पिछले महीने मामला दर्ज किया था।
पुलिस ने मोहाली में रहने वाले आम आदमी पार्टी (आप) नेता सन्नी अहलूवालिया की शिकायत के आधार पर बग्गा के खिलाफ यह मामला दर्ज किया था। पंजाब पुलिस ने बताया था कि एक अप्रैल को दर्ज की गई प्राथमिकी के मुताबिक, 30 मार्च को बग्गा ने दिल्ली में मुख्यमंत्री आवास के बाहर भाजपा युवा मोर्चा के विरोध-प्रदर्शन में हिस्सा लिया था और कथित तौर पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी।
पंजाब पुलिस ने शुक्रवार को बग्गा को राष्ट्रीय राजधानी में उनके आवास से गिरफ्तार किया था। इसके बाद पूरे दिन चले नाटकीय घटनाक्रम में बग्गा को उनके घर से कथित तौर पर जबरन उठाये जाने के चलते हरियाणा पुलिस ने पंजाब पुलिस के वाहनों को हरियाणा के कुरुक्षेत्र में रोक लिया, जिसके बाद दिल्ली पुलिस बग्गा को वापस राष्ट्रीय राजधानी ले आयी।
बग्गा (36) की गिरफ्तारी और फिर उन्हें वापस लाये जाने के प्रकरण को लेकर आम आदमी पार्टी और भाजपा ने एक-दूसरे पर निशाना साधा। बग्गा सोशल मीडिया पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ काफी मुखर रहे हैं। बग्गा ने 'द कश्मीर फाइल्स' फिल्म को लेकर केजरीवाल के खिलाफ ट्वीट कर उनकी आलोचना की थी, जिसके बाद से वह आम आदमी पार्टी (आप) के निशाने पर आ गए थे।
(इनपुट एजेंसी)