पटना: रेलवे भर्ती बोर्ड परीक्षा में कथित अनियमितताओं को लेकर छात्र संगठनों और विपक्षी दलों के बंद के आह्वान के बाद प्रदर्शनकारियों ने आज बिहार की राजधानी पटना और राज्य के अन्य स्थानों पर सड़क जाम कर दिया। अखिल भारतीय छात्र संघ (आइसा) सहित कई छात्र समूहों ने बिहार बंद का आह्वान किया है। देश में गणतंत्र दिवस के दिन रेलवे नौकरियों की परीक्षा के खिलाफ छात्रों के हिंसक विरोध में बिहार में एक यात्री ट्रेन में आग लगा दी गई और दूसरी पर पथराव कर दिया गया।
रेलवे भर्ती बोर्ड की गैर-तकनीकी लोकप्रिय श्रेणियों (आरआरबी-एनटीपीसी) परीक्षा 2021 में कथित अनियमितताओं के विरोध में वाम-संबद्ध अखिल भारतीय छात्र संघ (आइसा) सहित कई छात्र संगठन बंद के आह्वान में शामिल हुए हैं। इस सप्ताह की शुरुआत में शुरू हुए विरोध प्रदर्शनों के दौरान तोड़फोड़ के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि प्रमुख कोचिंग संस्थानों के शिक्षकों सहित कई अन्य लोगों पर हिंसा भड़काने और शामिल होने का मामला दर्ज किया गया है।
इस बीच, राज्य में विपक्षी दलों के महागठबंधन ने छात्र के नेतृत्व वाले बंद का समर्थन किया है, जबकि सत्तारूढ़ नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के कई घटकों ने अधिकारियों से प्रदर्शनकारियों के खिलाफ सभी शिकायतों को वापस लेने का आग्रह किया है। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह ने खान सर सहित अन्य कोचिंग संस्थानों के मालिकों पर से तुरंत शिकायत हटाने को कहा है।
उन्होंने ट्वीट किया, बिहार-उ.प्र. व अन्य राज्यों में छात्रों का उत्तेजक होना RRB NTPC परीक्षा प्रक्रिया व परिणाम में गड़बड़ी के विरुद्ध प्रतिक्रिया है। रेलवे भर्ती बोर्ड की गड़बड़ियों को देखने के लिए जांच कमिटी बनाई गई है। छात्रों/उम्मीदवारों के साथ अतिशीघ्र न्याय की उम्मीद करता हूं। राजीव रंजन सिंह ने आगे लिखा, पटना में खान कोचिंग सहित अन्य कई कोचिंग संस्थान, ऑनलाइन माध्यम से बिहार व देशभर के गरीब व होनहार युवाओं का भविष्य निर्माण करते हैं। रेलवे/पुलिस इनलोगों के विरुद्ध दर्ज मुकदमों को अविलंब वापस ले। उग्र छात्रों से शांति की अपील करता हूं।
गौरतलब है कि आंदोलनकारियों, ज्यादातर रेलवे नौकरी के इच्छुक लोगों ने बुधवार को गया में एक स्थिर ट्रेन के चार खाली डिब्बों को कथित तौर पर आग लगा दी और गया और जहानाबाद के बीच रेल यातायात को अवरुद्ध कर दिया। उनमें से कई राजेंद्र नगर-नई दिल्ली तेजस राजधानी एक्सप्रेस, संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस, दक्षिण बिहार एक्सप्रेस और मुंबई जाने वाली लोकमान्य तिलक टर्मिनस एक्सप्रेस जैसी रुकी हुई ट्रेनों में भी शामिल थे। मंगलवार और बुधवार को करीब पांच घंटे तक पटना, भागलपुर और सासाराम, गया, भोजपुर, बक्सर, मुजफ्फरपुट और समस्तीपुर जिलों में भी विरोध प्रदर्शन हुए।