भुवनेश्वर: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने 5 अगस्त, शनिवार को भुवनेश्वर में कालाहांडी जिले में लादुगांव के रास्ते मोटेर से बैनर तक सड़क के चौड़ीकरण और सुदृढ़ीकरण की आधारशिला रखी। इस मौके पर अपने संबोधन में अमित शाह ने नवीन पटनायक की तारीफ की और केंद्र के नक्सल विरोधी अभियान में सहयोग देने के लिए उनको धन्यवाद कहा।
नक्सली घटनाओं का जिक्र करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, "2015-2019 तक, नक्सली घटनाओं की संख्या में 30% की कमी आई है। मुठभेड़ों में 32% की कमी और सुरक्षा कर्मियों की मौत में 56% की कमी आई है। मैं नक्सलवाद पर अंकुश लगाने के लिए हमें सहयोग देने के लिए ओडिशा सरकार और नवीन बाबू को धन्यवाद देता हूं।"
इस मौके पर ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा, "इस साल हमारी योजना 6,500 किमी लंबी सड़क और लगभग 300 पुलों के निर्माण की है। हाल के वर्षों में, हमने दो हवाईअड्डों का निर्माण कार्य पूरा किया है। ओडिशा हमेशा सहकारी संघवाद में विश्वास करता है। मैं भारत सरकार को राज्य को विकास एजेंडे में समर्थन के लिए धन्यवाद देता हूं।"
बता दें कि दिल्ली के अधिकारियों की ट्रांसफर और पोस्टिंग से जुड़े अध्यादेश की जगह लेने वाले विधेयक पर बीजू जनता दल (BJD) ने राज्यसभा में एनडीए के साथ जाने की बात कही थी। राज्य सभा में नवीन पटनायक का समर्थन मिलना बीजेपी के लिए बेहद अहम है क्योंकि लोकसभा में बीजेपी के पास भले ही बहुमत हो लेकिन न राज्यसभा में एनडीए और विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस’ (INDIA) के पास लगभग बराबर सीट है। राज्यसभा में बीजेडी के नौ सांसद हैं।
नवीन पटनायक और उनकी पार्टी का रुख आने वाले लोकसभा चुनावों के लिए भी अहम हो सकता है क्योंकि 30 जिले वाले ओडिशा में 21 लोकसभा सीटे हैं। नवीन पटनायक और उनकी पार्टी बीजेडी फिलहाल किसी भी गठबंधन का हिस्सा नहीं हैं लेकिन अहम मौकों पर उन्होंने मोदी सरकार का समर्थन किया है। ऐसे में 2024 के चुनावों के बाद अगर परिस्थितियां बीजेपी के लिए मुश्किल हुईं तो बीजेडी के समर्थन की जरूरत पड़ेगी। ये बात भाजपा का आलाकमान भी समझता है। यही कारण है कि नवीन पटनायक नजदीकियां बढ़ाने का काम अभी से शुरु हो गया है।