नई दिल्ली: देश भर में कोरोना संक्रमण के मामले में तेजी से वृद्धि हो रही है। लॉकडाउन की समय-सीमा 3 मई को समाप्त रही है। लेकिन, इसके बाद भी इस बात की कम संभावना है कि सबकुछ पहले की तरह समान्य हो जाएगा। ऐसे में राज्य सरकारों की आग्रह पर केंद्र सरकार ने कोटा और जयपुर से एक-एक स्पेशल ट्रेन आज रात 10 बजे पटना के लिए रवाना करने का फैसला लिया है। बिहार आपदा प्रबंधन विभाग ने इस बात की जानकारी दी है।
बता दें कि लॉकडाउन की घोषणा के बाद देश के अलग-अलग राज्यों में बिहार के लोग फंसे हुए हैं। बिहार के प्रवासी मजदूर और छात्रों की वापसी के लिए 19 नोडल अधिकारियों की नियुक्ति हुई है। सभी नोडल अधिकारियों की जिम्मेदारी होगी कि वे राज्यों में फंसे हुए लोगों की सूची तैयार करें और उनकी वापसी के लिए रास्ता निकालें।
मजदूरों और छात्रों की प्रदेश वापसी के लिए विपक्ष नीतीश कुमार सरकार पर लगातार हमलावर है। राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव कई बार आरोप लगा चुके हैं कि बिहारियों को वापस राज्य लाने के लिए मंशा नीतीश कुमार सरकार की नहीं है। नीतीश कुमार सरकार पर विपक्ष का भारी दबाव था। केंद्र से ढील मिलने के बाद बिहार सरकार ने मजदूरों को वापस लाने का फैसला किया है।
बिहार में आज दो दर्जन से अधिक नए संक्रमण के केस सामने आने के बाद संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 466 हो गई है। लॉकडाउन के बावजूद संक्रमण बढ़ रहा है। इससे पहले जब गृह मंत्रालय ने लॉकडाउन के दौरान दूसरे राज्यों में फंसे हुए मजदूरों-छात्रों के लिए नई गाइडलाइन जारी की तब नीतीश कुमार ने केंद्र के फैसले का स्वागत किया था। नई गाइडलाइन के तहत फंसे हुए लोग अपने घर जा रहे हैं।
देश में कोरोना के मामले में भारी वृद्धि-कल से अब तक पिछले 24 घंटे में देश भर में कोरोना संक्रमण के कुल 1755 मामले सामने आए हैं। वहीं, इतने समय में 77 लोगों की कोरोना संक्रमण की वजह से देश भर में मौत हुई है। इस तरह अब तक देश भर में कोरोना संक्रमण के कुल 35365 मामले सामने आए हैं और 1152 लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा, देश भर में 9064 मरीज ऐसे हैं, जो अब कोरोना संक्रमण से ठीक होकर अस्पताल से अपने घर लौट चुके हैं।
देश में करीब 19,398 वेंटिलेटर उपब्लध व 60,884 और वेंटिलेटर के लिये आर्डर दिये गयेबता दें कि केंद्र ने शुक्रवार को कहा कि 2.22 करोड़ व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) के लिये आर्डर दिये गये है, जिनमें 1.43 करोड़ का निर्माण घरेलू विनिर्माता करेंगे।कोविड-19 से निपटने में इस्तेमाल होने वाले इन सुरक्षा उपकरणों का स्वेदश में ही उत्पादन करने को बढ़ावा देने की कोशिश के तहत यह कदम उठाया गया है। देश में कोविड-19 से जुड़े विषय पर अधिकार प्राप्त समूह-3 के प्रमुख पी डी वाघेला ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि देश में करीब 19,398 वेंटिलेटर उपब्लध हैं व 60,884 और वेंटिलेटर के लिये आर्डर दिये गये हैं, जिनमें से 59,884 घरेलू विनिर्माता बनाएंगे।
उन्होंने कहा कि कुल 2.49 करोड़ एन-95/एन-99 मास्क के आर्डर दिये गये हैं, जिनमें 1.49 करोड़ मास्क के आर्डर घरेलू विनिर्माताओं को दिये गये हैं। दवाइयों और अन्य मेडिकल उपकरणों के उत्पादन के विषय पर उन्होंने कहा, ‘‘हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन (की गोलियों) का उत्पादन प्रति महीने 12.23 करोड़ से बढ़ कर 30 करोड़ हो गया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ चार लाख से अधिक ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध हैं, जो अभी के लिये पर्याप्त हैं। इसके अलावा, एक लाख से अधिक ऑक्सीजन सिलेंडर के लिये ऑर्डर दिये गये हैं।