बेहतर सेहत और लंबे जीवन के लिए हेल्दी डाइट बहुत जरूरी है। आयुर्वेद से लेकर आहार विशेषज्ञ भी यही मानते हैं कि सही समय और सही मात्रा में ताजा चीजों के सेवन से स्वस्थ रहकर लंबा जीवन जी सकते हैं। आयुर्वेद में खाने-पीने से जुड़े नियमों पर विशेष जोर दिया गया है।
ऐसा माना जाता है कि लोगों को अपने खानेपीने का ध्यान वात पित्त और कफ के आधार पर कहना चाहिए। इसकी वजह यह है कि सभी खाद्य पदार्थों में अलग-अलग पोषक तत्व होते हैं जो जिनका शरीर पर उसी तरह प्रभाव पड़ता है। आयुर्वेद के अनुसार आपको स्वस्थ रहने के लिए खाने-पीने से जुड़े इन नियमों का किसी भी कीमत पर पालन करना चाहिए।
1) भोजन के बाद फल न खाएंफल अन्य खाद्य पदार्थों के साथ अच्छी तरह से मेल नहीं खाते हैं। इसका कारण यह है कि फलों में सिंपल शुगर होता है जिसे पाचन की आवश्यकता नहीं होती है। इस प्रकार, वे लंबे समय तक पेट में नहीं रहते। फैट, प्रोटीन और स्टार्च से भरपूर खाद्य पदार्थ पेट में अधिक समय तक रहते हैं, क्योंकि उन्हें अधिक पाचन की आवश्यकता होती है। इसलिए अगर आप भोजन के बाद फल खाते हैं, तो फल का शुगर लंबे समय तक पेट और किण्वन में बनी रहती है जिससे आपको मतली, उल्टी या बेचैनी जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
2) दूध के साथ कुछ भी खाने से बचेंआयुर्वेद के अनुसार दूध के साथ कभी भी किसी अन्य चीज का सेवन नहीं करना चाहिए। दूध अपने आप में एक संपूर्ण आहार है। इसके पाचन के लिए पूरी पाचन प्रक्रिया की आवश्यकता होती है। दूध में अन्य प्रोटीन वाली चीजों जैसे मांस, अंडे, नट्स आदि की तुलना में पूरी तरह से अलग प्रोटीन है।
3) केले और दूधआयुर्वेद इस संयोजन को सबसे भारी और जहरीला मानता है। इस कॉम्बिनेशन को शरीर में भारीपन पैदा करने और दिमाग को धीमा करने के लिए जाना जाता है। अगर आप जिम जाते हैं और जमकर दूध-केले का एक साथ सेवन करते हैं, तो ध्यान रहे कि केला पका होना चाहिए और केला खाने के कम से कम आधे घंटे बाद ही दूध का सेवन करना चाहिए।
4) मांस और आलूमुस्लिम परिवार में अक्सर मांस में आलू डालकर सब्जी बनाई जाती है। बेशक यह स्वाद में लजीज हो लेकिन इससे धीरे-धीरे आप अपनी सेहत खराब कर रहे हैं। एक्सपर्ट मानते हें कि एनिमल फैट के साथ कार्बोहाइड्रेट के साथ खाने से विभिन्न पाचन रस एक-दूसरे की प्रभावशीलता को कम कर देंगे। इससे आपको गैस और पेट फूलना जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
5) खाने के साथ कोल्ड ड्रिंक्सभोजन के साथ या तुरंत बाद कोल्ड ड्रिक्स पीने से बचना चाहिए। इससे आपकी पाचन शक्ति कम हो सकती है। इतना ही नहीं, इससे आपको पाचन समस्याओं के साथ एलर्जी और जुकाम का भी खतरा हो सकता है। यह नियम आइसक्रीम और ठंडी दही के साथ भी लागू है।
6) दूध के साथ तुलसीयदि आप किसी भी श्वसन या वायरल संक्रमण की स्थिति से निपटने के लिए तुलसी या टैबलेट ले रहे हैं, तो इसके तुरंत बाद आपको दूध पीने से बचना चाहिए। दोनों के बीच कम से कम 30 मिनट का अंतर बनाए रखें।