अर्जेंटीना को एकमात्र फीफा वर्ल्ड कप जिताने वाले दिग्गज फुटबॉलर डिएगो माराडोना अपनी टीम का हर मैच देकते नजर आए और सपोर्ट किया। हालांकि अर्जेंटीना की टीम प्री-क्वार्टर फाइनल मैच में फ्रांस से हारकर बाहर हो गई। खबरों की मानें तो माराडोना ऐसे ही अर्जेंटीना के मैच को देखने के लिए नहीं आ रहे हैं, बल्कि उनको इसके लिए फीफा से पैसे मिल रहे हैं।
57 वर्षीय डिएगो माराडोना को अर्जेंटीना का मैच देखने के लिए फीफा से पैसे मिल रहे थे। डेली मेल ने अपनी रिपोर्ट में खुलासा किया है कि फीफा माराडोना को एक मैच देखने के लिए 10 हजार पाउंड दे रहा था। अगर इसे भारतीय करेंसी में बदला जाए, तो कुल मिलाकर माराडोना को हर मैच से सिर्फ देखने के लगभग 9.06 लाख की कमाई की।
माराडोना को मैच देखने के लिए फीफा सिर्फ पैसे ही नहीं दे रहा था, बल्कि उन्हें ग्राउंड में वीआईपी बॉक्स मिल रहा था और इसके साथ फीफा ने माराडोना को मैच के दौरान हर लग्जरी सुविधा का इंतजाम करवाया था। यही वजह है कि माराडोना 'नो टोबैको' वाले विश्वकप में जमकर सिगार पीते हुए देखा गया था।
बता दें कि फीफा के प्रेसिडेंट जिआनी इन्फेन्तिनो ने एक लेजेंड स्कीम निकाला है। जिसके तहत हर फुटबॉल आइकॉन अपने-अपने देश की हौसलाअफजाई करते स्टेडियम में दिखेंगे। इसके लिए फीफा उन खिलाड़ी को लगभग 10000 पाउंड यानि करीब 9.06 लाख रुपये दे रहा है।