आज के लाइफस्टाइल में लोग अपने परिवार के साथ अक्सर समय बिताने और फन करने रेस्टोरेंट में खाना खाने जाते हैं। टेस्टी फूड खाने के बादकई बार खानें की बर्बादी भी बहुत करते हैं। कई मायनों में ये बिल्कुल गलत है। एक प्लेट में छूटे खाने की कीमत लोगों को समझ नहीं आती। किसान अपनी कड़ी मेहनत से अनाज उगाता है फिर खाना बनाने में उतनी ही मेहनत लगती है। इंडिया में इतनी भुखमरी है कि खाने की बर्बादी और भी गलत है। हमें पता नहीं चलता मगर होटल में हमारा छूटा खाना सीधे डस्टबिन में जाता है।
खाने की इसी बर्बादी को रोकने के लिए कूर्ग के एक रिजॉर्ट ने नई तरकीब निकाली है। डेक्कन क्रोनिकल की खबर के मुताबिक कूर्ग के इबनी स्पा एंड रिजॉर्ट में खाना बर्बाद करने वाले लोगों को इसके लिए कीमत चुकानी पड़ती है। लोगों को सबक सिखाने और खाने को बर्बाद ना करने के लिए ये तरकीब निकाली गई है।
रिजॉर्ट केसीएसआर एडवाइजर श्रेया कृष्णन के मुताबिक मेहमानों को खाना खिलाने के बाद थाली का वजन चेक किया जाता है। रिजॉर्ट में रुकने वाले सभी लोगों के खाने का ट्रैक रिकॉर्ड रखा जाता है। चेकआउट से पहले उनका हिसाब बताया जाता है।
10 ग्राम खाने की होती है इतनी कीमत
खबर के मुताबिक 10 ग्राम खाने को बर्बाद करने के लिए यात्री को 100 रुपये चुकाने पड़ते हैं। खास बात ये है कि इन पैसों को इकट्ठे करने के बाद मदिेकरी गर्ल्स होम को दिया जाता है। जो एक अनाथ आश्रम है। जहां लगभग 60 बच्चे रहते हैं।
मिल रही है सराहना
रिपोर्ट की मानें तो इस मैनेजमेंट से पहले रिजॉर्ट से रोज के रोज 14 बड़े डिब्बे बर्बाद खाने के निकलते थे मगर जब से ये सुविधा शुरू हुई अब सिर्फ एक डिब्बा कचरा ही निकलता है। लोग इस पहल के लिए रिजॉर्ट की सराहना कर रहे हैं। साथ ही उम्मीद कर रहे हैं कि जल्द ही हर जगह ये पहल लागू हो जाए ताकि लोग वेस्ट खाना ना छोड़ें।