विदेशी चीतों को भारत की धरती कभी रास नहीं आई. इनको बसाने के प्रयास पहले भी होते रहे हैं. एक समय चीते की रफ्तार भारतीय वनों की शान हुआ करती थी. लेकिन 1947 के आते-आते चीतों की आबादी लुप्त हो गई. ...
मदन दास जी ने एक ऐसे भारत की कल्पना की थी, जिसके प्रत्येक नागरिक के लिए आत्मनिर्भरता जीवन की वास्तविकता हो. एक ऐसे समाज का निर्माण हो जहां सम्मान, सशक्तिकरण और सामूहिक समृद्धि की भावना हो. ...
भाजपा निश्चय ही खुश होगी कि राहुल गांधी के पक्ष में भावनाओं की आंधी आने की आशंका फिलहाल टल गई है. अब सवाल है कि राहुल की सजा स्थगित होने के बाद राजनीतिक नजारा कैसा होगा? ...
गरीबी, स्वास्थ्य, बाल मृत्यु दर, मलेरिया, टीबी आदि से संबंधित कोई भी लक्ष्य सदस्य देशों द्वारा प्राप्त नहीं किया जा सका। संयुक्त राष्ट्र को रणनीति में संशोधन करना पड़ा और वैश्विक सामाजिक कल्याण के दायरे को व्यापक बनाते हुए सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) ...
पाकिस्तान को यह कौन समझाए कि जंग में तुम हर बार पिटते हो, इंटरनेशनल पॉलिटिक्स में गोता लगाने को मजबूर होते हो, इस बार इंटरनेशनल मोहब्बत में भी मात खा गए. ...
जीवनदायिनी नदियां केवल जल मार्ग ही नहीं हैं बल्कि बारिश के पानी को सहेजकर धरती की नमी को भी बनाए रखती हैं. दुनिया में हर कोई चाहता है कि नदियां विश्वभर में लोगों के लिए मुक्त रहें. ...
भारत- चीन सीमा विवाद के बीच एक तरफ जहां अपुष्ट समाचारों के अनुसार चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के ‘सकारात्मक माहौल’ में अक्तूबर में जी-20 शिखर बैठक में भारत आने की चर्चाएं हैं, ऐसे माहौल में भारत की तमाम सकारात्मकता के बावजूद चीन ने एक बार फिर भारत ...
अलवर की रहने वाली अंजू जो दो बच्चों की मां है, वह उचित वीजा लेकर पाकिस्तान चली जाती है और अपने एक वहीं पर रहने वाले दोस्त नसरूल्ला से शादी करके अंजू फातिमा नाम रख लेती है। ...
कांग्रेस नेतृत्व इंडिया के घटकों को अपना पूरा समर्थन दे रहा है और चाहता है कि न्यूनतम साझा कार्यक्रम (सीएमपी) जल्द से जल्द तैयार किया जाए. 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए सीट-बंटवारे के फॉर्मूले पर अभी विचार-विमर्श शुरू नहीं हुआ है. ...