चुनाव के दिनों में तो यह और भी विकराल तथा विकृत स्वरूप में हमारे सामने उपस्थित है. चुनाव से पहले राजनेताओं को पता होता है कि वे जो लालच दे रहे हैं या जो वादे जनता के साथ कर रहे हैं, वे कभी पूरे नहीं होंगे. ...
संजीव बालियान ने अंतर्राष्ट्रीय जाट संसद के आयोजन को संबोधित करते हुए यह बयान दिया। उनके इस बयान के बाद लोगों ने इस पर विरोध जताया है। वही दूसरी तरफ अपनी मांग को जायज बताते हुए संजीव बालियान ने कहा कि पश्चिम उत्तर प्रदेश की आबादी आठ करोड़ है और उच्च ...
बहरहाल, मोहम्मद मुइज्जू 17 नवंबर को शपथ लेंगे। वर्ष 2018 में इब्राहिम सोलिह के राष्ट्रपति पद के शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी निमंत्रित थे। ...
इस समय दुनिया के विभिन्न देशों में प्रभावी भूमिका निभा रहे भारतवंशी और प्रवासी भारतीय भारत के आर्थिक और तकनीकी विकास में भी अपने अभूतपूर्व योगदान के नए अध्यायों के साथ वैश्विक मंच पर भारत के हितों की जोरदार हिमायत करते हुए दिखाई दे रहे हैं। ...
मुख्य चुनाव आयुक्त के मुताबिक राजनीतिक दलों को अखबारों में विज्ञापन देकर यह बताना होगा कि उन्होंने आपराधिक पृष्ठभूमि वाले व्यक्तियों को चुनाव लड़ने के लिए टिकट क्यों दी। ...
गांधीजी के लिए जन्मदिन सामान्य दिनों की तरह होता था, वह उस दिन भी अपने काम में लगे रहते थे. पर 2 अक्तूबर, 1947 को वे बहुत निराश और असहाय थे. देश के बंटवारे से वे बहुत निराश थे. मृत्यु उनके मन पर बहुत हावी थी. ...
खेतों की सिंचाई के पारंपरिक तरीकों में पानी का बहुत ज्यादा इस्तेमाल होता है, जबकि अत्याधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल करके उससे कई गुना कम पानी में भी फसल ली जा सकती है। सबसे चिंताजनक पहलू है बारिश के पानी का संपूर्ण उपयोग न हो पाना। ...
महात्मा गांधी जब पहली बार 12 मार्च 1915 को राजधानी दिल्ली आए तो सेंट स्टीफंस कॉलेज में ठहरे थे। दिल्ली प्रवास के दौरान सेंट स्टीफंस कॉलेज में रुकने का आग्रह उनके करीबी सहयोगी दीनबंधु सीएफ एंड्रयूज ने किया था। ...