गले में जनेऊ, हल्दी के रंग वाली पीली धोती, पैरों में खडांऊ पहनकर, प्रतिदिन माथे पर चंदन लगाने और तुलसी की पूजा करने वाले बिरसा मुंडा ने भगवान का स्थान प्राप्त किया. ...
आजादी के अमृत महोत्सव पर विजयादशमी का विशेष महत्व है। यही वह दिन है जब 25 अक्तूबर 1909 को इंडिया हाउस में ‘हिंद स्वराज’ का विचार गांधी के मन में उपजा था। यह वही तिथि है जब 1925 में विजयादशमी यानी दशहरा के दिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना हुई थी ...
गांधी राजनीतिक स्वतंत्नता और आधुनिक सभ्यता के बीच अहिंसा, करुणा, प्रेम, त्याग, शुचिता, स्वच्छता के मूल्यों को सभ्यता की पहचान के रूप में प्रतिस्थापित करने वाले दार्शनिक और प्रयोक्ता हैं ...
बाजार जहां हिंदी और भारतीय भाषाओं में विस्तार पा रहा है वहीं शिक्षा में भारतीय भाषाएं सिकुड़ती जा रही हैं. अब माध्यमिक और प्राथमिक शिक्षा के क्षेत्र में भी हिंदी एवं अन्य भारतीय भाषाएं उपेक्षणीय हो गई हैं. ...
75 वर्षों से यह देश एक विशेष प्रकार की मानसिक दासता से गुजर रहा था. हमने ‘आधुनिक शिक्षा’ का जो नारा दिया उसी का परिणाम हुआ कि शत प्रतिशत साक्षरता वाला देश लगभग निरक्षर घोषित हो गया. ...
पिछले डेढ़ वर्ष से अधिक का समय कोरोना के कारण शैक्षिक उपलब्धियों की दृष्टि से अच्छा नहीं रहा। छात्रों के स्वास्थ्य और भविष्य इन दोनों की चिंता ने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के उद्देश्यों को गंभीरता से प्रभावित किया है। ...
वसंत पंचमी के दिन सरस्वती पूजा की परंपरा रही है. वसंत पंचमी को लेकर कई कथाएं हैं. कामदेव से इस दिन का जुड़ाव है। वहीं, इसी दिन गुरु गोविंद सिंह का भी विवाह हुआ था. ...