वरिष्ठ पत्रकार और फिल्मकार। राज्य सभा टीवी के पूर्व कार्यकारी निदेशक। वॉयस ऑफ इंडिया, इंडिया न्यूज, सीएनईबी, बीएजी फिल्मस, आज तक, नई दुनिया इत्यादि मीडिया संस्थानों में वरिष्ठ पदों पर रहे।Read More
भारत के साथ अमेरिका का जो अतीत रहा है, वह इस बात की गारंटी नहीं देता कि दुनिया का यह स्वयंभू चौधरी घनघोर संकट के समय भी भारत के साथ खड़ा रहेगा. रूस हर मौके पर भारत का साथ निभाता आया है. ...
वह पिछले पंद्रह में से नौ साल तक संगठन की ग्रे लिस्ट में रहा है और अपना लगभग सात लाख करोड़ का सीधा नुकसान कर चुका है. इसके अलावा ग्रे सूची में रहने के कारण उसे अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष, विश्व बैंक और एशिया विकास बैंक से कोई भी सहायता मिलना नामुमकिन स ...
लोकतंत्र पर एक गंभीर संकट पार्टियों का ही खड़ा किया हुआ है. चुनाव के दरम्यान भले ही वे परिवारवाद का विरोध करें, मगर अपने भीतर परिवारवाद और सामंती सोच का विस्तार नहीं रोक पा रहे हैं. ...
आज के दौर में सभी राजनीतिक पार्टियां ये मानने लगी हैं कि चुनाव से पहले मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करने से लाभ मिलता है. लेकिन यह सच नहीं है. पार्टी के भीतर चेहरे के विरोधी ही पार्टी के खिलाफ काम करने लगते हैं. ...
पांच प्रदेशों में विधानसभा चुनावों के बीच केंद्रीय बजट आकर्षित तो करता है, लेकिन हिंदुस्तान के सामने खड़ी गंभीर चुनौतियों से लड़ने का कोई ब्लूप्रिंट प्रस्तुत नहीं करता. डिजिटल विश्व में दाखिल होने के इरादे का आप स्वागत कर सकते हैं, क्रिप्टो करेंसी एक ...
करतारपुर साहब गुरु द्वारा अकेला उदाहरण नहीं है। बाबा गुरु नानक के जन्मस्थल ननकाना साहब गुरु द्वारे में तो खुलेआम खालिस्तानी समर्थक आपत्तिजनक बैनर, पोस्टर लगाए हैं और भारत विरोधी साहित्य मिलता है। ...
पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले हलचल तेज है. कई नेता अपना पाला बदल रहे हैं. ऐसा नजारा करीब-करीब हर चुनाव में नजर आता है. मगर यह भारतीय लोकतंत्र की दीवारों में दरारें डाल रहा है. ...