गुजरात विधानसभा चुनाव में अगर भाजपा ने शानदार जीत दर्ज न की होती या चुनाव कांटे का होता तो दिल्ली एमसीडी और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा की हार का मुद्दा उभर सकता था और 2024 में लोकसभा चुनाव को भी प्रभावित कर सकता था। ...
भारत जोड़ो यात्रा का मकसद अगर चुनावी फायदा नहीं है तो फिर वह दूरगामी उद्देश्य क्या है जो यह यात्रा हासिल करना चाहती है? राहुल गांधी को इस यात्रा के जरिए कैसे नेता के तौर पर स्थापित करने की कोशिश है, पढ़ें... ...
प्रतिष्ठित राजनीतिशास्त्री रजनी कोठारी का विचार था कि राजनीति को अनिवार्यत: चुनावी खेल में घटा देने की अवधारणा और प्रवृत्ति ने लोकतंत्र की अंतर्वस्तु को सांप्रदायिक बहुसंख्यकवाद में बदल दिया है। उनका कहना था कि राज्य और नागरिक समाज के बीच मध्यस्थता क ...
आर्थिक आधार पर आरक्षण को मंजूरी आरक्षण के प्रावधानों को राजनीतिक गोलबंदी के लिए इस्तेमाल करने का सबसे बड़ा उदाहरण है. कोई शक नहीं कि आरक्षण-नीति की अंत्येष्टि हो चुकी है. ...
आम आदमी पार्टी हिमाचल प्रदेश में भी उतरी है लेकिन जल्दी ही उसने अपना फोकस गुजरात पर कर लिया, क्योंकि गुजरात में हलचल पैदा करके वह अपने राष्ट्रीय मंसूबों को बेहतर ढंग से पूरा कर सकती है. ...
क्या मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई हिंदी और अन्य भारतीय भाषाओं में नहीं होनी चाहिए? आम तौर पर इस सवाल का उत्तर हां में मिलेगा. लेकिन, इस ‘हां’ पर संदेह करने वाले भी हैं. वे यह मानते हैं कि इसकी जरूरत ही नहीं है. भाषा से मेडिकल और इंजीनियरिंग का क्या ...
पिछले अठारह साल से कांग्रेस के जिला स्तर के संगठन से लेकर प्रदेश स्तर तक जो भी पदाधिकारी रहे हैं, वे सोनिया और राहुल के बनाये हुए ही हैं। खड़गे अगर इन्हें बदलना चाहेंगे तो उसके लिए भी उन्हें गांधी परिवार से इजाजत लेनी पड़ेगी। ...
अस्सी और नब्बे के दशक में चली सामाजिक न्याय की राजनीति के फलस्वरूप भाजपा को ऊंची जातियों और सामाजिक न्याय के दायरे से बाहर रह गईं कमजोर जातियों का तकरीबन स्थायी जनाधार मिला। यह निष्ठावान मतदाता-मंडल हर मुसीबत में भाजपा के साथ रहता है। ...