कोलंबोः प्रदर्शनकारियों ने श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे के कोलंबो स्थित निजी आवास में आग लगा दी है। श्रीलंका में हालात बहुत ही खराब है। श्रीलंका में राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के इस्तीफे की मांग करते हुए प्रदर्शनकारियों के मध्य कोलंबो के कड़ी सुरक्षा वाले फोर्ट इलाके में राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास में घुसने के कुछ घंटों बाद प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने इस्तीफा देने की पेशकश की।
प्रधानमंत्री के मीडिया प्रभाग ने कहा कि सर्वदलीय सरकार बनने और संसद में बहुमत साबित होने के बाद वह प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देंगे। उनके कार्यालय ने कहा कि विक्रमसिंघे तब तक प्रधानमंत्री पद पर बने रहेंगे। विक्रमसिंघे ने विपक्षी पार्टी के नेताओं से कहा कि वह इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए पद छोड़ने का निर्णय ले रहे हैं कि इस सप्ताह से देशव्यापी ईंधन वितरण दोबारा शुरू किया जाना है, विश्व खाद्य कार्यक्रम के निदेशक इस सप्ताह देश का दौरा करने वाले हैं और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के लिए ऋण निरंतरता रिपोर्ट को जल्द ही अंतिम रूप दिया जाना है।
नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विक्रमसिंघे (73) ने कहा कि वह विपक्षी पार्टी के नेताओं की इस सिफारिश से सहमत हैं। विक्रमसिंघे ने बाद में मीडिया को बताया कि उन्होंने राष्ट्रपति को एक सर्वदलीय सरकार का गठन करने का प्रस्ताव दिया।
इमारत के अंदर के वीडियो फुटेज में सैकड़ों प्रदर्शनकारियों को कमरों और गलियारों के भीतर, जबकि सैकड़ों लोगों को बाहर के मैदान के आसपास देखा गया। कुछ वीडियो क्लिप में बड़ी संख्या में लोग राष्ट्रपति भवन के स्विमिंग पुल में डुबकी लगाते नजर आ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जब मौजूदा सरकार इस्तीफा देती है, तो एक नई सरकार का गठन किया जाना चाहिए और देश के लिए सरकार के बिना चलना समझदारी नहीं है। सरकार विरोधी विरोध प्रदर्शनों के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के मई में इस्तीफा देने के बाद विक्रमसिंघे को प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया था। उनका यह निर्णय उस घटनाक्रम के कुछ घंटों बाद आया जब प्रदर्शनकारी मध्य कोलंबो के कड़ी सुरक्षा वाले फोर्ट इलाके में अवरोधकों को हटाकर उनके (राष्ट्रपति के) आधिकारिक आवास में घुस गए।