फोनपे ने लंकापे के साथ भागीदारी की, श्रीलंका आने वाले सैलानी कर सकेंगे यूपीआई से भुगतान
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: May 15, 2024 09:13 PM2024-05-15T21:13:53+5:302024-05-15T21:16:11+5:30
लंकापे के साथ सहयोग से भारतीय पर्यटकों को काफी सुविधा मिलेगी। वे अब यात्रा करते समय और लंका क्यूआर का उपयोग करने वाले कारोबारियों को भुगतान करते समय आसान और सुरक्षित भुगतान व्यवस्था का उपयोग कर सकते हैं।
नई दिल्ली: फोनपे ने बुधवार को लंकापे के साथ साझेदारी की घोषणा की। इससे कंपनी के उपयोगकर्ताओं को श्रीलंका में यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस) का उपयोग करके भुगतान करने की सुविधा होगी। यहां आयोजित एक कार्यक्रम में फोनपे ने कहा कि श्रीलंका की यात्रा करने वाले सैलानी उसके ऐप के जरिये लंकापे क्यूआर का उपयोग करने वाले यहां के कारोबारियों को यूपीआई के माध्यम से भुगतान कर सकते हैं।
लेनदेन को यूपीआई और लंकापे नेशनल पेमेंट नेटवर्क सुलभ बनाएगा। इससे उपयोगकर्ता लंका क्यूआर कोड को स्कैन कर सुरक्षित और त्वरित भुगतान कर सकते हैं। राशि विनिमय दर के आधार पर भारतीय रुपये में कटेगी। फोनपे के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (अंतरराष्ट्रीय भुगतान) रितेश पई ने कहा कि लंकापे के साथ सहयोग से भारतीय पर्यटकों को काफी सुविधा मिलेगी। वे अब यात्रा करते समय और लंका क्यूआर का उपयोग करने वाले कारोबारियों को भुगतान करते समय आसान और सुरक्षित भुगतान व्यवस्था का उपयोग कर सकते हैं।
लंकापे के सीईओ चन्ना डीसिल्वा ने कहा, ‘‘हम इस सहयोग से होने वाले लाभ से उत्साहित हैं। यह श्रीलंका में रहने के दौरान भारतीय सैलानियों और व्यापार के मकसद से आने वाले यात्रियों के लिए भुगतान को सुगम बनाएगा...।’’ सेंट्रल बैंक ऑफ श्रीलंका (सीबीएसएल) के गवर्नर नंदलाल वीरसिंघे ने नये अवसरों को खोलने, प्रतिस्पर्धी क्षमता बढ़ाने और इससे श्रीलंकाई व्यापारियों को होने वाले लाभ के लिए सहयोग की क्षमता का जिक्र किया।
इस मौके पर श्रीलंका में भारत के उच्चायुक्त संतोष झा ने कहा कि यूपीआई को पेश करना दोनों देशों के लिए डिजिटल साझेदारी के माध्यम से सहयोग और प्रगाढ़ बनाने के बड़े लक्ष्य का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। झा ने कहा, ‘‘श्रीलंका के विशिष्ट डिजिटल पहचान कार्यक्रम और डिजिटल प्रौद्योगिकियों के अन्य तत्वों के विकास में भी भारत मदद कर रहा है। इसमें द्विपक्षीय आर्थिक साझेदारी को व्यापक बनाने की काफी क्षमता है।’’ डिजिटल भुगतान ऐप फोनपे अगस्त, 2016 में शुरू किया गया। इसके 52 करोड़ से अधिक पंजीकृत उपयोगकर्ता और 3.8 करोड़ कारोबारियों का डिजिटल भुगतान स्वीकृति नेटवर्क है। फोनपे पर प्रतिदिन 23 करोड़ से अधिक लेनदेन होते हैं।