पूरी दुनिया में फैले कोरोना वायरस के संकट के बीच पाकिस्तान अपनी आदत से बाज नहीं आ रहा है। ऐसे वक्त में लोगों की मदद करने के बजाय पाक में इमरान सरकार लोगों की मुश्किल बढ़ा रही है। लोगों को सस्ते दाम में मिलने वाला राशन कीमत से कई गुना ज्यादा दाम पर बेचा जा रहा है। ताजा मामला पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में सामने आया है। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक वहां के नागरिकों को सरकारी राशन भी प्राइवेट दुकानों से खरीदना पड़ रहा है। पीओके के एक नागरिक ने कहा कि उनकी आंखों के सामने सरकारी राशन निजी दुकानदारों को बेच दिया जा रहा है और उन्हें कोई भी सरकारी मदद नहीं मिल पा रही है।
पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के मीरपुर में स्थानीय लोगों का कहना है कि गरीबों के लिए राहत सामग्री पाकिस्तानी अधिकारियों द्वारा खुदरा स्टोरों को बेची जा रही है। एक स्थानीय ने तगा, "आटे से भरा एक ट्रक आया, लेकिन हमें कहा गया कि हम बाजार जाएं और वहां से खरीदारी करें। ये लोग धोखाधड़ी कर रहे हैं"।
पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के साथ भेदभाव
पाकिस्तान सरकार कोरोना वायरस के संकट से जूझ रहे अल्पसंख्यकों को सताने में लगी है। पाकिस्तान में मौजूद अल्पसंख्यकों ने सरकार पर भेदभाव करने का आरोप लगाया है। हिंदू और ईसाई समुदाय के लोगों ने पाकिस्तान सरकार पर आरोप लगाया है कि सिंध प्रांत के साथ ज्यादती की जा रही है। लोगों ने दर्द बयां किया कि यहां रहने वाले अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को अधिकारी राशन नहीं दे रहे हैं। एक हिंदू स्थानीय का कहना है, 'लॉकडाउन के दौरान अधिकारी हमारी मदद नहीं कर रहे हैं, हमें राशन भी नहीं दिया जा रहा है क्योंकि हम अल्पसंख्यक समुदाय का हिस्सा हैं।'
एएनआई न्यूज एजेंसी ने पाकिस्तान के सिंध प्रांत में रहने वाले ईसाई बिरादरी के स्टीफन का दर्द साझा किया है। स्टीफन पाकिस्तान की सरकार पर दो आंख करने का आरोप लगाते हुए कहते हैं कि हमारे समुदाय के लोगों तक राशन नहीं पहुंच रहा है। उन्होंने कहा कि आज दूसरा हफ्ता है हम घरों में कैद है। मुस्लिम लोग हमसे वोट मांगने आ जाते हैं पर हमसे आज तक ये नहीं पूछा की हमारे घर में राशन है या नहीं। हमारे पास एक वीडियो आई है जिसमें सैलानी वालों ने बोला है कि ईसाइयों को कोई राशन नहीं दिया जाएगा।