वाशिंगटन, 19 अगस्त (एपी) शिक्षित युवा महिलाएं, अमेरिका सेना के साथ काम कर चुके अनुवादक और तालिबान के कारण ज्यादा खतरा महसूस कर रहे अन्य अफगानों ने अमेरिका की सरकार से उन्हें जल्दी बाहर निकालने का अनुरोध कर रहे हैं। गौरतलब है कि देश पर तालिबान के कब्जे के कारण फिलहाल काबुल हवाईअड्डे पर अफरा-तफरी का माहौल है और अमेरिका वहां हालात काबू करने में जुटा है। राष्ट्रपति जो बाइडन और उनके प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों ने कहा कि अमेरिका वहां से लोगों को तेजी से निकलने में जुटा है, लेकिन उसने इस संबंध में कोई वादा नहीं किया कि यह कब तक चलेगा और कितने लोगों को वहां से सुरक्षित बाहर निकाला जाएगा। रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने बुधवार को पत्रकारों से कहा, ‘‘हमारे पास बाहर निकल कर बड़ी संख्या में लोगों को वहां से लाने की क्षमता नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि लोगों को उस वक्त से सुरक्षित बाहर निकाला जाता रहेगा, जबतक ‘‘समय है या जबतक हमारी क्षमता है।’’ अमेरिकी सेना या अमेरिकी संगठनों के साथ काम करने के कारण अफगान खतरे में हैं और अमेरिकी उनसभी को सुरक्षित बाहर निकालने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने सरकार से अनुरोध किया है कि इस संबंध में लंबी लाल फीताशाही प्रक्रिया को दरकिनार किया जाए क्योंकि हजारों की संख्या में अफगान बुरी परिस्थितियों में फंसे हुए हैं। गैर सरकारी संगठन ‘एसेंड’ की अमेरिकी प्रमुख मरीना केईपिंस्की लीग्री ने कहा, ‘‘अगर हम ऐसा नहीं करते हैं तो हम लोगों को अपने हाथों मौत के मुंह में धकेल रहे हैं।
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