मुंबईः महाराष्ट्र में शिवाजी पार्क में दशहरा रैली को लेकर कोर्ट के फैसले के बीच मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे की एक तस्वीर वायरल हुई जिसपर विपक्ष ने जमकर निशाना साधा। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की कुर्सी पर बैठे उनके बेटे व लोकसभा सदस्य श्रीकांत शिंदे की एक तस्वीर साझा करते हुए शिवसेना-एनसीपी ने कहा कि क्या ये सुपर सीएम हैं?
एनसीपी नेता रविकांत वरपे ने कहा, श्रीकांत शिंदे को सुपर सीएम बनने के लिए शुभकामनाएं। मुख्यमंत्री की अनुपस्थिति में उनके चिरंजीव मुख्यमंत्री के कार्यालय का प्रबंधन करते हैं। लोकतंत्र का गला घोंटने का काम चल रहा है। यह कौन सा राजधर्म है? कैसा है ये धार्मिक नायक?
उधर, शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने भी श्रीकांत शिंदे की तस्वीर पर तंज कसा। उन्होंने कहा, अब तो पापा का बेटा, सारी जिम्मेदारी संभालेगा। अधिकृत हो या नहीं! माया मिली न राम। शिवसेना नेता ने आगे कहा कि उनकी सहानुभूति उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ है, जिन्होंने सीएम की कुर्सी का मजाक बनाया है। उन्होंने कहा, "उन्हें एक समस्या थी जब आदित्य ठाकरे मंत्री होने के बावजूद मामलों को संभाल रहे थे। लेकिन एकनाथ शिंदे का बेटा न तो मंत्री है और न ही विधायक।"
प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्वीट किया, महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम के साथ मेरी सहानुभूति, कुर्सी से मजाक करने के लिए और खुद की सत्ता में रहने की भूख के लिए।
वहीं तस्वीर वायरल होने पर एनसीनी नेता ने पूछा कि मुख्यमंत्री की गैरमौजूदगी में कोई उनकी कुर्सी पर कैसे बैठ सकता है? अपनी प्रतिक्रिया में, श्रीकांत शिंदे ने कहा कि तस्वीर ठाणे में उनके निजी आवास और कार्यालय में ली गई थी। उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री और मैं दोनों इस कार्यालय का उपयोग लोगों से मिलने और उनके मुद्दों को हल करने के लिए करते हैं।
बकौल श्रीकांत- ''मैं मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास या कार्यालय में नहीं था। आधिकारिक बोर्ड को एक जगह से दूसरी जगह रखा जा सकता है और इसे मुख्यमंत्री की डिजिटल माध्यम से हुई बैठक के लिए वहां लाया गया था।" इस दौरान श्रीकांत उद्धव ठाकरे पर हमला बोला। उन्होंने कहा, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे पर कटाक्ष करते हुए श्रीकांत शिंदे ने यह भी कहा कि उनके पिता दिन में 18 से 20 घंटे काम करते हैं, और वह पहले के मुख्यमंत्रियों की तरह नहीं हैं जो एक ही स्थान पर बैठे रहते थे और वह यहां-वहां जाते रहते हैं।