कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह हमेशा ही अपने ट्वीट और दिये बयानों को लेकर चर्चा में बने रहते हैं। दिग्विजय सिंह इस बार मुहर्रम पर किये अपने विवादों को लेकर चर्चा में आ गये हैं। दिग्विजय सिंह ने दस सितंबर को मुहर्रम पर मुस्लिमों को बधाई दी। दिग्विजय सिंह ने ट्वीट करते हुये लिखा, '' सभी मुस्लिम भाईयों और बहनों को मुहर्रम के पावन अवसर पर हमारी सलाम।'' जिसके बाद दिग्विजय सिंह को ट्विटरबाज ट्रोल करने लगे। ट्विटर पर कमेंट कर लोग कह रहे हैं कि दिग्विजय सिंह को इतना भी नहीं पता है कि मुहर्रम मातम का पर्व है। मुहर्रम खुशी का नहीं बल्कि गम और मातम का महीना है। इसी महीने की 10वीं तारीख को क्रूर शासक यजीद के खिलाफ इमाम हुसैन कर्बला की जंग में शहीद हो गये थे।
एक यूजर ने मीम शेयर किया। जिसपर लिखा हुआ था- क्या इसी दिन के लिए तुम्हे आजादी दिलवाई थी।
एक यूजर ने लिखा, दिग्गी चाचा की जानकारी अधूरी रह गई है। उन्हें यह भी नहीं पता है कि गमगीम माहौल में सलामी नहीं दी जाती है। मातम मनाओ।
वहीं एक यूजर ने लिखा, मुहर्रम वो मनहूस दिन है (शियों के अनुसार) जिस दिन हुसैन की यजीदी के द्वारा हुई हत्या पर वो मातम मनाते हैं। इस दिन वो ताजिया निकालते हैं और हुसैन की मृत्यु पर गहरा रोष प्रकट करते हैं।
इस्लामी कैलेंडर का पहला महीना मुहर्रम पैगंबर मुहम्मद के नाती इमाम हुसैन की याद में मनाया जाता है। मुहर्रम महीने की शुरुआत भारत में इस बार 31 अगस्त को ही हो गई थी। इस महीने की 10वीं तारीख को क्रूर शासक यजीद के खिलाफ इमाम हुसैन कर्बला की जंग में शहीद हो गये थे। इसी की याद में मुहर्रम के 10वें दिन शिया मुस्लिम काले कपड़े पहनकर सड़कों पर जुलूस निकालते हैं और उनकी शहादत को याद करते हैं।