हाथों में पीले फूल, सिर पर पीला साफा, कंधे पर पीला अगरखा, दरगाह पर चढ़ाने के लिए पीली चादर और मुंह में बसंत की कव्वाली। ये नजारा है दिल्ली स्थित हजरत निजामुद्दीन औलिया की दरगाह का। यहां बसंत पंचमी का त्यौहार बहुत धूमधाम से मनाया गया। बताया जाता है कि पिछले 700 सालों से यहां बसंत पंचमी मनाने की रवायत जारी है।