'' राम मंदिर का चंदा लेते वक्तबिके हुए मुस्लिमों से पथराव करा देगी भाजपा''उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के नेता एसटी हसन अपने विवादित बयानों से हमेशा सुर्खियों में छाए रहते हैं। अब उन्होंने एक और विवादित बयान देकर सियासी बहसबाजी तेज कर दी है। यूपी के मुरादाबाद के एसपी सांसद एसटी हसन ने भाजपा पर संप्रदायिकता फैलाकर चुनावी फायदा उठाने का आरोप लगाया है। हसन ने एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि जब भाजपा सदस्य राम मंदिर निर्माण का चंदा लेने निकलेंगे तो कुछ 'बिके' हुए मुसलमानों से खुद पर ही पथराव करवा लेंगे। इससे भाजपा को चुनावों में फायदा मिल जाएगा।एसपी सांसद हसन का कहना था कि भाजपा हमेशा हिंदू-मुसलमान कार्ड खेलकर चुनावों में अपना फायदा कर लेती है। उन्होंने कहा, 'इनके पास एक बड़ा अच्छा हथियार है, मैं हिंदू भाइयों से भी कहना चाह रहा हूं। ये सभी कुछ कर लेते हैं। इनके पास फॉर्मूला है हिंदू-मुसलमान का। भोले-भाले लोग धार्मिक भावनाओं में बह कर इनको वोट दे देते हैं।'सांसद ने इंदौर की घटना का दिया उदाहरणहाल में मध्य प्रदेश के इंदौर में राम मंदिर निर्माण का चंदा मांगने के दौरान दो समुदाय आपस में टकरा गए थे। इस घटना का जिक्र करते हुए एसपी सांसद ने कहा, 'राम मंदिर बन रहा है... चलिए एक मसला खत्म हो गया। इन्हीं के लोग जब चंदा लेने निकलेंगे तो चंद बिके हुए मुसमानों से इन पर पथराव करा देगी। पथराव के बाद जो उनका हश्र हुआ मध्य प्रदेश में वह आपने देखा। वह मेसेज दे रहे हैं हिंदु कम्युनिटी को कि हम ऐसा कर सकते हैं। पथराव करने वाले भी यही हैं इनका हश्र निकालने वाले भी यही हैं। तो समझो...।'एसटी हसन ने 'लव जिहाद' पर मुस्लिम युवकों दी थी सलाहलव जिहाद पर लाए गए अध्यादेश पर भी सांसद एसटी हसन के बयान ने खूब सुर्खियां बटोरी थी। एसटी हसन ने लव जिहाद अध्यादेश को राजनीतिक स्टंट करार दिया था। इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि मुस्लिम लड़के, हिन्दू लड़कियों को अपनी बहन की तरह मानें। सांसद एसटी हसन ने मुस्लिम युवकों से अपील की थी कि आप लोग हिंदू लड़कियों को बहन की तरह समझें। अब ऐसा कानून बना दिया गया है, जिससे उन्हें बुरी तरह से टॉर्चर किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि खुद को बचाएं। किसी भी प्रलोभन या प्यार के चक्कर में न पड़कर अपनी जिंदगी बचाएं। सांसद एसटी हसन ने कहा था कि भारत में हजारों वर्षों से अपना जीवनसाथी चुनने की आजादी है। बच्चे जब बालिग हो जाते हैं तो अपना जीवनसाथी खुद चुन लेते हैं। हिंदू मुस्लिम से शादी करता है। मुस्लिम हिंदू से शादी करता है। हालांकि ऐसा बहुत कम होता है। ऐसे मामलों में कई बार मर्जी से शादी हो जाने के बाद समाज का दबाव पड़ने पर लोग कह देते हैं कि हमें नहीं मालूम था कि मुस्लिम है।