मशहूर शायर और गीतकार शकील बदायूँनी का आज जन्मदिन है। शकील की कलम से निकले शब्द आज भी जेहन में जिंदा हैं।"मैं शकील दिल का हूं तर्जुमा, कि मोहब्बतों का हूँ । राजदान मुझे फख्है मेरी शायरी मेरी जिंदगी से जुदा नहीं" इन पंक्तियों में उन्होंने अपने पूरे जीवन को जैसे पिरो के पेश कर दिया था।