विश्व पर्यावरण दिवस 2020: हर साल विश्व पर्यावरण दिवस को एक थीम दिया जाता है। इस बार यानी 2020 में थीम है 'प्रकृति के लिए समय' (Time for Nature)। इसका मकसद पृथ्वी और मानव विकास पर जीवन का समर्थन करने वाले आवश्यक बुनियादी ढांचे को प्रदान करने पर ध्यान दिया जाए। Read More
जहां कहीं भी पानी मिला, उसे संग्रहीत करने के लिए विभिन्न नालों पर 130 बड़े बांध और 2500 छोटे-छोटे बांध बनाने के बाद पानी की समस्या लगभग हल हो गई थी. ...
इस पर्यावरण दिवस, न कोई पोस्टर बनाइए, न भाषण दीजिए. बस किसी एक पुराने वृक्ष के नीचे बैठिए. प्रकृति में समय व्यतीत कीजिए. एक नया पौधा रोपिए. एक पुराना गीत मन में गुनगुनाइए, मोबाइल को बंद कीजिए, और केवल श्वास लीजिए. वहां आपको कोई उत्तर नहीं मिलेगा पर आ ...
विश्व गौरैया दिवस 20 मार्च को दुनियाभर में मनाने का उद्देश्य गौरैया पक्षी की लुप्त होती प्रजाति को बचाना है। पेड़ों की अंधाधुंध होती कटाई, आधुनिक शहरीकरण और लगातार बढ़ रहे प्रदूषण से गौरैया विलुप्त होने के कगार पर पहुंच चुकी है। ...
World Environment Day 2023: देश के 20 राज्यों के अंतर्गत आने वाले 230 जिलों में अब तक 2 करोड़ 40 लाख पेड़ लगाए जा चुके हैं, जिनमें से सवा करोड़ पीपल के पेड़ हैं। इनमें गुरुग्राम और फरीदाबाद भी शामिल हैं। ...
पारिस्थितिकी संतुलन का बड़ा आधार है पेड़-पौधे और जीव-जंतुओं का सहज प्राकृतिक आवास. यह संतुलन यदि बिगड़ता है तो पर्यावरण को सीधे तौर पर नुकसान होता है. ...
धरती के सारे जीव प्रकृति के सृजन में लगे हैं लेकिन मनुष्य एकमात्र ऐसा जीव है जो धरती से लेकर अंबर तक अपनी हरकतों से प्रकृति को नष्ट करने में लगा है. यह समझना जरूरी है कि प्रकृति तो हमारे बगैर भी रह लेगी, हम प्रकृति के बगैर एक पल भी नहीं रह पाएंगे! ...