आतंकी या आतंकवादी, ये पूरी दुनिया के लिए परेशानी की वजह हैं। ये वो लोग हैं जो दुनियाभर में दशहत का माहौल फैलाना चाहते हैं। वे इसके लिए वे हथियार, गोला-बारूद, बंदूक का इस्माल करते हैं। आमतौर पर इनका संगठन होता है, जैसे मौजूदा दौर का सबसे बड़ा आतंकी संगठन आईएसआईएस यानी इस्लामिक स्टेट है। इसके अलावा तालिबान, लश्कर ए तैयबा, हिजबुल मुजाहिद्दीन आदि प्रमुख आतंकी संगठन है। जबकि अब तक के सबसे बड़े आतंकी के तौर पर ओसमा बिन लादेन को जाना जाता है। Read More
जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद खत्म होने के कगार पर है और खुद का वजूद साबित करने के लिए पाकिस्तान के सक्रिय संरक्षण और सहयोग से भारत के विरुद्ध साजिश कर रहे आतंकवादी कभी सेना, कभी युवाओं तो कभी बुजुर्गों पर कायराना हमले करने लगे हैं। ...
Jammu International Border: जम्मू में अखनूर के खौर सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास शनिवार तड़के भारी हथियारों से लैस चार आतंकवादियों के एक समूह को सुरक्षाबलों ने भारतीय क्षेत्र की ओर घुसपैठ की कोशिश करते हुए देखा। ...
यह कुख्यात समूह 2019 में तत्कालीन राज्य जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद अस्तित्व में आया। राज्य से धारा 370 हटाने और इसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के केंद्र के फैसले के खिलाफ इसने जम्मू-कश्मीर के मुस्लिम युवाओं को कट्टरप ...
सीएनएन-न्यूज़18 के अनुसार, गुरपतवंत सिंह पन्नून ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी समूहों के साथ अपने संबंधों को दर्शाने के लिए एक नए मोर्चे की घोषणा की। ...
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि कुछ लोग कहते थे कि हम इन्हें समझते, मैं उन्हें कहता हूं कि मन अगर भारतीय रखोगे तो समझ में आ जाएगा। लेकिन अगर मन ही इटली का है, तो कभी समझ नहीं आएगा। ...
गिरफ्तार पांचों आरोपियों ने खुलासा किया है कि उन्होंने लोकसभा के कक्ष में कूदकर धुआं उड़ाने की योजना पर सहमति बनाने से पहले स्वयं को आग लगाने और पर्चे बांटने जैसे विकल्पों पर भी विचार किया था। ...
उत्तर पश्चिम पाकिस्तान में शुक्रवार, 15 दिसंबर को एक क्षेत्रीय पुलिस मुख्यालय और एक नाके पर हुए आतंकवादी हमले में कम से कम पांच कानून प्रवर्तन अधिकारियों की मौत हो गई। सुरक्षाबलों के जवाबी हमले में चार आंतकवादी भी मारे गए। ...
यह एक कड़वी सच्चाई है कि कश्मीर में 36 सालों से फैले हुए पाक समर्थित आतंकवाद के दौर में न जाने कितनी बार मानक संचालन प्रक्रिया का पालन करने के निर्देश निकाले गए होंगें और कितनी बार उनकी अनदेखी की गई होगी, इसका कोई रिकार्ड ही नहीं है। ...