संजय गांधी (14 दिसंबर 1946- 23 जून 1980) भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के नाती और तीसरी प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बेटे थे। महज 33 साल इस दुनिया में रहे संजय गांधी का भारतीय राजनीति पर गहरा असर रहा। माना जाता है कि इंदिरा गांधी ने जून 1975 में संजय गांधी के कहने पर ही आपातकाल की घोषणा की थी। कहा जाता है कि आपातकाल के 21 महीनों में संजय गांधी सरकार में परोक्ष रूप से सरकार चला रहे थे। आपातकाल हटने के तीन साल बाद ही संजय गांधी का एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में निधन हो गया। Read More
26 जून 1975 से 21 मार्च 1977 तक की 21 महीने की अवधि में भारत में आपातकाल था। तत्कालीन राष्ट्रपति फ़ख़रुद्दीन अली अहमद ने तत्कालीन प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी के नेतृत्व वाली सरकार की सिफारिश पर भारतीय संविधान के अनुचछेद 352 के अधीन देश में आपातकाल की ...
संजय गांधी को इंदिरा गांधी के राजनीतिक उत्तराधिकारी के तौर पर देखा जाता था, लेकिन उनके निधन से देश की सियासी हवाएं पूरी तरह बदल गईं। 23 जून का दिन एक अन्य विमान हादसे का भी गवाह है। 1985 में वह 23 जून का ही दिन था, जब एयर इंडिया का एक यात्री विमान आय ...
सनसनीखेज पत्रकारिता का फितूर दुनिया भर के पत्रकारों के ऊपर छाया रहता है और लुईस की ये रिपोर्ट उसी प्रयास का हिस्सा भर होगा जिसमें तथ्य कम और सनसनी ज्यादा है, जिसके कारण उनकी रिपोर्ट पर भरोसा करना मुश्किल है. ...
कमलनाथ पर आरोप है कि दिल्ली स्थित रकाबगंज गुरुद्वारे के पास जब दो सिखों को जिन्दा जला दिया गया, उस वक्त वो घटना स्थल पर ही मौजूद थे. और भीड़ को भड़काने का काम कर रहे थे. लेकिन कमलनाथ ने इन आरोपों का हमेशा खंडन किया है. ...
साल 1942 में वे "अंग्रेजो भारत छोड़ो" आंदोलन के तहत जेल भी गए। वहीं से आईके गुजराल का राजनीति से ताल्लुक हो गया। नतीजतन शिक्षा की तरह ही वे राजनीति में भी शीर्ष तक पहुंचे। ...