समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवपाल यादव ने पार्टी की अनदेखी से नाराज होकर समाजवादी सेकुलर मोर्चे का गठन किया है। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव की अध्यक्षता में समाजावादी पार्टी से उपेक्षित लोगों को इस मोर्चे से जोड़ा जाएगा। उन्होंने मुलायम सिंह यादव के भी इससे जुड़ने का दावा किया है। 2017 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान सपा के शीर्ष नेतृत्व में बिखराव देखने को मिला था। जब अखिलेश यादव ने अपने पिता मुलायम सिंह यादव को अध्यक्ष की कुर्सी से हटाकर खुद राष्ट्रीय अध्यक्ष बन गए थे। उन्होंने चाचा शिवपाल यादव की भी अनदेखी की थी। इसके बाद शिवपाल यादव ने नया मोर्चा बनाने का फैसला किया है। Read More
वाराणसी शहर दक्षिणी से भाजपा के पूर्व विधायक श्याम देव राय चौधरी ने मुलायम सिंह को याद करते हुए कहा कि उनके निधन से काशी को बेहद गहरा आघात पहुंचा है। मुलायम जी का विशेष स्नेह काशी पर हमेशा बना रहा। ...
1996 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को करारी हार मिली थी। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खाते में 161 सीटें थीं। अटल बिहारी वाजपेयी ने सरकार बनाने का निमंत्रण स्वीकार कर लिया था। वाजपेयी ने प्रधान मंत्री के रूप में शपथ ली, लेकिन उनकी सरकार 13 दिनों में ...
आपको बता दें कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी सिलसिलेवार ट्वीट में मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने ट्वीट में कहा, ‘‘श्री मुलायम सिंह यादव जी जमीन से जुड़े एक ऐसे नेता थे।’’ ...
मालूम हो कि एक समय ऐसा था जब 'नेता जी' के पास चुनाव लड़ने के लिए पैसे नहीं थे। ऐसे दौर से गुजरते हुए उन्होंने 1992 को को समाजवादी पार्टी की स्थापना की थी। ...
मुलायम 1996 के चुनावों में पहली बार लोकसभा के लिए चुने गए और एचडी देवेगौड़ा और बाद में आईके गुजराल के नेतृत्व वाली संयुक्त मोर्चा सरकारों में रक्षा मंत्री के रूप में कार्य किया। उन्होंने उत्तर प्रदेश की विभिन्न सीटों से 2019 के चुनावों सहित बाद के कई ...