मध्य प्रदेश की साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर मालेगांव ब्लास्ट और आरएसएस प्रचारक सुनील जोशी हत्याकांड के बाद चर्चा में आईं। प्रज्ञा ठाकुर मालेगांव धमाके की आरोपी के तौर पर करीब 9 साल जेल में रहीं और फिर जमानत पर बाहर आईं। लोकसभा चुनाव-2019 में बीजेपी ने उन्हें भोपाल सीट से अपना उम्मीदवार बनाया। Read More
जिन प्रमुख महिला चेहरों के इस बार लोकसभा चुनाव जीतने की संभावना है उनमें रायबरेली से कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी, सुल्तानपुर से उम्मीदवार एवं पीलीभीत से मौजूदा सांसद मेनका गांधी, मथुरा से भाजपा सांसद हेमा मालिनी, चंडीगढ़ से भाजपा उम्मीदवार किरण खेर, ...
इससे पहले, 2008 मालेगांव विस्फोट मामले में सात आरोपियों के खिलाफ मामले की सुनवाई कर रही विशेष एनआईए अदालत ने पिछले सप्ताह सभी आरोपियों को सप्ताह में एक बार अपने समक्ष पेश होने का निर्देश दिया था। ...
मालेगांव विस्फोट मामले में सुनवाई कर रही एक विशेष अदालत ने सोमवार को नासिक पुलिस को निर्देश जारी किए हैं। कोर्ट ने कहा कि बचाव पक्ष के वकील घटनास्थल का मुआयना करना चाहते हैं इसलिए उन्हें सुरक्षा मुहैया कराई जाए। मालेगांव में 29 सितंबर 2008 को एक मस्ज ...
बोलने की आजादी का मतलब बकवास की आजादी तो बिल्कुल ही नहीं हो सकता है. क्या प्रज्ञा ठाकुर को पता है कि महात्मा गांधी बोलने की आजादी के प्रबल पक्षधर थे. उन्होंने अपने साप्ताहिक अखबार यंग इंडिया में 1922 में एक लेख लिखा था. उस लेख में अभिव्यक्ति की स्वतं ...
जब लोग सार्वजनिक जीवन में आते हैं तो उन्हें लोगों की प्रतिक्रियाओं के लिए तैयार रहना होता है और अपनी आलोचना के प्रति उन्हें इतना उग्र नहीं होना चाहिए कि इस तरह के एक मीम को भी बर्दाश्त न कर सकें. ...
इसे दो तरह से देखना चाहिए। गांधी जी बिल्कुल शुद्ध अर्थों में राजनीतिक पुरुष थे। राजनीति में उनका हर समय हस्तक्षेप रहा इसलिए उन पर राजनीतिक बहस होने में कुछ भी गलत नहीं है। मेरा मानना है कि हमें भाजपा नेता प्रज्ञा सिंह को लेकर उदार होना चाहिए। ...