यूक्रेन सोवियत संघ के विघटन के बाद 1991 में रूस से अलग हुआ था। यूक्रेन के हालांकि बाद के वर्षों में NATO से जुड़ने की कोशिश से रूस असहमति दिखाता रहा है। रूस को लगता है कि यूक्रेन NATO से जुड़ने से उसकी सुरक्षा हमेशा खतरे में रहगी। रूस का मानना है कि अमेरिका सहित नाटो के अन्य सदस्य देशों की सेनाएं उसकी सीमा के बेहद करीब आ जाएंगी और वह एक तरह से चारों ओर से घिर जाएगा। इसी के खिलाफ रूस कदम उठाने की बात कर रहा है और यूक्रेन पर कार्रवाई की बात कर रहा है। Read More
छात्र स्मिथ पटेल ने बताया कि गुरुवार को तड़के जब रूसी सेनाओं ने यूक्रेन पर हमला किया तो भारतीय छात्र बेहद गहरी नींद में से रहे थे। जब भारतीय दूतावास से संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि सभी भारतीय छात्र जल्द से जल्द वहां से 43 किलोमीटर दूर पोलैंड की सीम ...
अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने रूस पर एकतरफा और सामूहिक रूप से कई आर्थिक एवं राजनयिक प्रतिबंध लगाए हैं। अमेरिका और ब्रिटेन ने रूस के दो सबसे बड़े बैंकों सबरबैंक और वीटीबी बैंक पर एकतरफा प्रतिबंध लगाए हैं। ...
भाजपा सांसद वरुण गांधी द्वारा ट्विटर पर साझा किए गए एक वीडियो में लड़की का दावा है कि जहां अन्य देशों ने अपने नागरिकों को यूक्रेन से बाहर निकाल लिया है, तो वहीं भारत सरकार उनके लिए कुछ नहीं कर रही है। ...
रूस ने शीतयुद्ध-काल में भारत का लगभग हर मुद्दे पर समर्थन किया है. गोवा और सिक्किम के भारत में विलय का सवाल हो, कश्मीर या बांग्लादेश का मुद्दा हो, परमाणु बम का मामला हो- रूस ने हमेशा खुलकर भारत का समर्थन किया है. ...
रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के बीच भारतीय दूतावास ने यूक्रेन में फंसे स्टूडेंट्स को पश्चिमी भागों की यात्रा के लिए रेलवे स्टेशन जाने की सलाह दी है। दूतावास ने ट्वीट कर जानकारी दी कि कीव में सप्ताहांत कर्फ्यू हटा दिया गया है। यूक्रेन रेलवे निकासी ...