भाजपा के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह का जन्म 10 जुलाई, 1951 में उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में हुआ था. भारत के प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ और भारत के वर्तमान गृह मंत्री राजनाथ सिंह भारतीय जनता पार्टी के पूर्व अध्यक्ष भी रह चुके हैं. राजनाथ सिंह सबसे पहले भाजपा के युवा स्कंध के और भाजपा की उत्तर प्रदेश ईकाई के अध्यक्ष भी रह चुके थे। पेशे से भौतिकी के व्याख्याता राजनाथ सिंह ने जनता पार्टी से जुड़ने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से अपने दीर्घ संबंधों का उपयोग किया, जिसके कारण वे उत्तर प्रदेश में कई पदों पर विराजमान हुए. Read More
नरेश टिकैत ने कहा कि सरकार अगर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों से बातचीत करने की आजादी दे तो सम्मानजक फैसला हो जाएगा। ...
मिसाइलों के क्रमशः थल सेना और वायु सेना में शामिल किए जाने का रास्ता साफ हो गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। रक्षा मंत्रालय ने इन मिसाइलों को विश्व में सबसे उन्नत टैंक रोधी हथियारों में से एक बताया। ...
भारत और चीन के बीच बनी सहमति के तहत पूर्वी लद्दाख में पैंगांग सो (झील) के आसपास के इलाकों से चीनी सेना द्वारा अपने सैनिकों की संख्या में कम करने की सूचना है। भारतीय सेना ने तस्वीरें जारी की हैं। ...
प्रधानमंत्री चीन के सामने झुक गए और उन्होंने सैनिकों की शहादत के साथ विश्वासघात किया है। चीन की सफलता इस बात की हो सकती है कि प्रधानमंत्री जी चीन के सामने झुक गए हैं। ...
विपक्षी दलों ने सरकार से तीन विवादित कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग की है। कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस सहित कुछ विपक्षी दलों का कहना है कि जब किसानों ने इन कानूनों की मांग नहीं की तब इसे क्यों लाया गया। ...
रक्षा मंत्रा राजनाथ सिंह ने संसद में कहा कि चीनी कार्रवाइयों ने द्विपक्षीय संबंधों को प्रभावित किया है। लेकिन, मुझे बहुत गर्व है कि भारतीय सशस्त्र बलों ने सीमा पर चुनौतियों का बहादुरी से सामना किया है। हमने चीन को स्पष्ट कर दिया है कि यथास्थिति को बद ...
रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड द्वारा निर्मित है। विमान विकास एजेंसी ने स्वदेशी रूप से डिज़ाइन किया गया है। लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट तेजस को भविष्य में भारतीय वायु सेना की रीढ़ की उम्मीद है। ...
नये कृषि कानूनों को वापस लेने और न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानूनी स्वरूप प्रदान करने की किसानों की दो बड़ी मांगें सरकार चार जनवरी की बैठक में नहीं मानती है तो वे अपना आंदोलन तेज करेंगे। ...